इस बार आठ घंटे रहेगा मकर संक्रंति का पुण्य काल, बाजार में रोनक
आवाजाही में संसाधनों की कमी के कारण त्यौहार रह सकता है फीका
मध्यप्रदेश। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन सूर्यदेव की पूजा का विधान है। पौष मास में मनाएं जाने वाले इस पर्व में माघ मास का भी शुभारंभ हो जाता है। इस बार मकर संक्रांति का पुण्य काल आठ घंटे का रहेगा। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार यातायात के संसाधन की कमिया भी खलेगी, बाजार में तिल गुड़ का बाजार भी सज गया है।
खिचड़ी दान का है महत्व
मकर संक्रांति के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना बेहद पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन खिचड़ी का दान देना विशेष फलदायी माना गया है। इस दिन से सभी शुभ कार्यों पर लगा प्रतिबंध भी समाप्त हो जाता है। बता दें, पर्व पर खिचड़ी सेवन और खिचड़ी दान का अत्यधिक महत्व बताया जाता है। वही कई लोग अपनी सवेक्षा से कपड़े, अनाज और राशि का भी दान करते है। मान्यता है की दान धर्म करने से पुण्य मिलता है। साथ ही गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक आदि का प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।
मकर संक्रांति पर शुभ संयोग
ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश शर्मा के अनुसार पर्व का का पुण्य काल 8 घंटे का रहेगा। यह सुबह 8 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 46 मिनट तक होगा। शास्त्रों के अनुसार इस दौरान स्नान-दान से कई गुना फल प्राप्त होता है। मकर संक्रांति पर मकर राशि में कई महत्वपूर्ण ग्रह एक साथ गोचर करेंगे। इस दिन सूर्य, शनि, गुरु, बुध और चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे। जो एक शुभ योग का निर्माण करते हैं। इसीलिए इस दिन किया गया दान और स्नान जीवन में बहुत ही पुण्य फल प्रदान करता है और सुख समृद्धि लाता है। साथ ही मलमास समाप्त होकर शुभ दिन आएगें। इस वर्ष मकर संक्रांति पर सूर्य, शनि, गुरु, बुध और चंद्रमा मकर राशि में होंगे। इस स्थिति को मकर संक्रांति के लिए बेहद शुभ फलदायी माना गया है।
खलेगी संसाधनों की कमी
इस बार मकर संक्रंति पर आने वाली बहन बेटियों के सामने यातायात संसाधनों की कमी जरूर खलेगी। कोरोना संक्रमण के कारण कुछ यातायात संसाधन अब भी बंद है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और ज्यादा खराब है। खासकर ट्रेने नहीं चलने के कारण आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
बाजार सज कर तैयार
मकर संक्रंति के चलते इस बार बाजार भी सज कर पूरी तरह से तैयार नजर आ रहा है। मंगलवार को साप्ताहिक हाट बाजार होने के चलते गांधी रोड, सराफा बाजार, नमक चौराहा, मेन रोड, बद्री महल चौराहा, जगदीश मंदिर चौराहा, हनुमान मंदिर क्षेत्र के बाजार में जमकर भीड़ नजर आई। इस दौरान तिल गुड़ और तिल से बनी गजक की जमकर ब्रिक्री हुई।
दिखा महंगाई का असर
लॉकडाउन के बाद से अनलाक प्रक्रिया के साथी बाजार में महंगाई का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इस का असर मकर संक्रंति के त्यौहार पर भी नजर आया। इस बार बाजार में तिल गुड़ सहित अन्य खाद्यय सामग्रियों पर भी महंगाई का असर साफ-साफ नजर आया।
पतंग बाज भी है तैयार
मकर संक्रति का पर्व हो पतंग न हो तो त्यौहार अधुरा ही लगाता है। इस बार भी पतंगबाज पतंगबाजी के लिए तैयार है। पेज लड़ाने के दिवानों के लिए इस बार कोरोना थीम पर कई तरह की पतंगें बाजार में आई हुई है। वही मांझा भी स्वदेशी हन नजर आ रहा है।