श्मशान में मौतें के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में आई गर्माहट
भ्रष्टाचार पर मुखर हुआ विपक्ष
उत्तर प्रदेश; उत्तर प्रदेश में भाजपा पिछले चुनावों में भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को मिटाने के मुददे पर प्रचंड बहुमत से सत्ता में काबिज हो गई थी, और समाज वादी पार्टी एवं बसपा को करारी हार का सामना करना पडा था; पर प्रदेश के मुरादनगर की घटना ने सरकार के नुमाइंदों की बोलती बंद कर दी है, तो वहीं विपक्ष लगातार मुखर हो रहा है; इससे यूपी की सियासत में एक बार पिफर गर्माहट आ गई है;
गौरतलब हे कि उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में दो दिन पहले ही श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर रहे लोगों पर श्मशान की छत गिर गई; इस घटना में 25 लोगों की मौतें हुई और 40 लोग घायल हो गए हैं; इस घटना के पीछे जो कारण सामने आया वह यह है कि जो छत गिरी है वह कुछ समय पूर्व ही बनाई गई; जो अचानक गिर गई थी; यह तो अब उजागर हो ही चुका है कि इसके निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है; अब तक इस मामले में तीन जिम्मेदारों के खिलापफ प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया है;
कैसे चलेंगे परिवार
उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुई घटना में दोषी कुछ लोगों को सरकार सजा दे भी देगी; पर एक बडा सवाल यह है कि अंतिम संस्कार के दौरान कुछ ऐसे भी परिवार थे, जिनके दो से तीन सदस्य या रिश्तेदार शामिल थे, जो अब इस दुनियां में नहीं रहे, बताया जा रहा है कि इस घटना का शिकार होने वालों में ज्यादातर लोग गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों से ही है; कमाने वाले भी इस दुनियां से अलविदा हो गए है, जिन परिवारों ने अपने परिवार के एक या दो सदस्य खो दिये है, जिन पर परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी थी, ऐसे में यह परिवार कैसे पलेंगे, इन परिवारों के सामने बडा सवाल तो यही है;
सरकार पर विपक्ष का घेरा
मुरादनगर की घटना के बाद से ही उत्तर प्रदेश में विपक्ष हमलावर है, बुधवार को पीडित परिवारों के बीच विपक्ष के नेता पहुंचेंगे, विपक्ष के नेताओं ने सवाल उठाए है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और इस मामले में छोटी मछलियों पर कार्रवाई की गई है; जब भी कोई निर्माण कार्य होता है, उसका निरीक्षण भी संबंधित विभाग द्वारा किया जाता है, ऐसे में विपक्ष मामले में आला अपफसर और सरकार को इस समय कटघरे में खडा किए हुए है;