रतलाम ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी दिलीप देवल का पुलिस ने किया एनकाउंटर
मध्यप्रदेश। रतलाम ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी दिलीप देवल का पुलिस के साथ देरात हुई मुठभेड़ में मारा गया है। मुख्य आरोपी दिलीप देवल को पुलिस उसके कई ठिकानों पर तलाश रही थी। आरोपी पुलिस से बचने के लिए ठिकाने बदल रहा था। गुरूवार की देर रात पुलिस और आरोपी दिलीप देवल का आमना सातना हो गया। पुलिस के साथ हुई मुठभेड में दिलीप का एनकाउंटर कर दिया गया। हत्याकाण्ड के मास्टर माइण्ड दिलीप देवल की गिरफ्तारी या उसकी सूचना देने पर पुलिस ने तीस हजार का ईनाम भी घोषित किया था।
पुलिस के साथ साथ हुई मुठभेड में दिलीप के मारे जाने की खबर के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर रात ट्वीट किया। सीएम श्री चौहान ने लिखा कि, अभी थोड़ी देर पहले रतलाम ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी दिलीप देवल पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। मैंने पुलिस को सख़्त निर्देश दिए थे की ऐसे नरपिशाच को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
-तीन हत्या के बाद से ही फारार था दिलीप देवल
25 नवंबर की रात करीब सवा आठ बजे ये लोग घटनास्थल के आसपास पंहुच गए। मौका देखकर जब गली में कोई नहीं था,तब दिलीप देवल,अनुराग उर्फ बाबी और लाला भाबोर गोविन्द के घर के भीतर घुसे जबकि चौथा आरोपी गोलू उर्फ गौरव बिलवाल मोटर साइकिल व स्कूटी की निगरानी रखने और गाडी को चालू रखने के लिए बाहर ही खडा रहा,ताकि वारदात के बाद भागने में कोई दिक्कत ना आए। गोविन्द के घर के भीतर घुसते ही आरोपियों ने बाहर के कमरे में बेड पर बैठकर टीवी देख रही शारदा को उसके ुिसर में गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर जब दिव्या बाहर आने लगी,तो आरोपियों ने उसे भी चेहरे पर आंख के नीचे गोली मार दी। दो हत्याएं करने के बाद इन आरोपियों ने घर में रखी नगदी करीब बीस हजार रु. और जेवरात आदि लूट लिए। इसके बाद जैसे ही आरोपीगण बाहर निकलने को हुए तो इन्हे गोविन्द सोलंकी आते हुए नजर आए। गोविन्द सोलंकी घर की सीढियां चढ रहे थे,तब इन लोगों ने उसके घर के भीतर आने का इंतजार किया और जैसे ही उसने घर के भीतर कदम रखा,उसे भी सिर में गोली मार दी।
तीन हत्याएं करने के बाद ये चारों आरोपी दिव्या की स्कूटी की चाबी लेकर उसकी स्कूटी चलाकर वहां से भागे और गोलू और गौरव जो पहले से रास्ते में एक स्कूटी चालू रख कर खडा था,वहां इन लोगों ने गाडियों को बदला,अपने कपडे भी बदले और वहां से गोलू और अनुराग को एक तीसरी जगह भेज दिया। दिलीप और लाला भाबोर देवरा देवनारायण नगर में स्कूटी छोडने के बाद वहां से निकले और चारों हत्यारें एक नियत स्थान पर आपस में मिले। इस स्थान पर इन्होने लूट के माल का बंटवारा किया और चारों अलग अलग स्थानों के लिए रवाना हो गए। इस वारदात के बाद से दिलीप देवल फारार था ।
गौरतलब है कि दिलीप देवल अभी तक कुल छ: हत्याएं की थी। इनमें से चार हत्याएं उसने रतलाम में की है,जबकि दो हत्याएं दाहोद में की है। दिलीप देवल के खिलाफ अब तक पांच आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिली है।ं दाहोद में इसके खिलाफ हत्या के दो मामले दर्ज है। दाहोद में एक व्यापारी की सिर में गोली मार कर हत्या करने के प्रकरण में इसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। सजा के दौरान इसे पैरोल पर छोडा गया था,जहां से पैरोल जम्प करके फरार हो गया। रतलाम के औद्योगिक थाने पर इसके खिलाफ बलात्कार और अपहरण का एक प्रकरण पहले से दर्ज है।