MP POLITICS : जनता में मजबूत पकड बनाने जवान होगी कांग्रेस
सीहोर। प्रदेश में 2018 के विधान सभा चुनावों में प्रदेश की जनता ने भाजपा की सरकार को सबक सिखाने की गरज से सत्ता से बाहर कर दिया था, मगर कांग्रेस सत्ता पर काबिज होते एक फिर गुटबाजी का शिकार हो गई और इसका नतीजा यह हुआ कि आज वह विपक्ष में है। अब पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए कांग्रेस एक बार फिर से जनता में पकड बनाने के लिए जवान होने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस के कददावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा के नेता है। उनके साथ कई समर्थक और कांग्रेस के पदाधिकारी भी चले गए हैं, फिर से ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कांग्रेस को संगठन के नए स्वरूप की दरकार है। इसे देखते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने करीब छह जिलों की कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। अब माना जा रहा है कि इन जिलों में अब युवाओं को मौका मिल सकता है। इसका असर यूं तो पूरे प्रदेश भर में ही देखा जा रहा है पर सीहोर जिले में युवाओं उत्साह देखा जा रहा है।
भाजपा के गढ में युवा भरेंगे जोश
गौरतलब है कि सीहोर जिला इस समय मालवा क्षेत्र का भाजपा के लिए गढ साबित हो रहा है, सीहोर जिला तीन सांसदों को चुनता है, इसमें विदिशा, देवास और भोपाल शामिल हंै, इस समय तीनों ही सांसद सीटों पर भाजपा का कब्जा है, चारों विधान सभा सीटों पर भाजपा काबिज है, इसके साथ ही नगरीय निकाय चुनावों में भी भाजपा का दबदबा रहता है। अब सियासी सूत्रों माने तो भाजपा के गढ वाले जिलों में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश भरने की जिम्मेदारी कांग्रेस के युवा नेताओं को िमल सकती है।
सक्रिय हो गए युवा नेता
सियासी गलियारों से जैसे ही ये खबरें बाहर आई हैं कि कांग्रेस में युवा नेताओं को अहम जिम्मेदारियों पार्टी द्वारा सौंपी जाएंगी। जिले में कई युवा नेता सकि्रय हो गए हैं, वह जनता के बीच पहुंचकर आमजन के बीच अपनी अपनी पकड मजबूत बनाने में जुट गए हैं, जनता के मुददों को भी उठा रहे हैं, सीहोर में यह देखना काबिले गौर होगा कि किस किस युवा नेता को जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं। सीहोर में आधा दर्जन युवा नेताओं के नाम है जो अपनी सकि्रयता दिखाते हुए नजर आ रहे हैं।