सांची के प्रभु की ऐतिहासिक जीत में सीहोर का अहम किरदार
मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में उपचुनाव की खुमारी खत्म हो गई है. सारी स्थितियां स्पष्ट है. प्रदेश की सत्ता में भाजपा की ही सरकार की काबिज रहेगी. इस उपचुनाव में सांची विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. प्रभुराम चौधरी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. उनकी इस जीत में सीहोर के नेताओं का अहम योगदान माना जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा व कांग्रेस के लिए चुनौती बना मध्यप्रदेश का उपचुनाव भाजपा ने अपने नाम दर्ज कर लिया है. इस चुनाव में सांची विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले के नेताओं को सौंपी गई थी. नतीजतन पार्टी की साख बचाने के लिए बुधनी विधानसभा सहित जिले की अन्य विधानसभा के नेताओं ने इस क्षेत्र में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. परिणाम सुखद रहे, सांची विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. प्रभुराम चौधरी की 28 सीटों में सबसे बड़ी जीत हुई है. भाजपा प्रत्याशी डॉ. प्रभुराम चौधरी को एक लाख 16 हजार 577 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी मदनलाल चौधरी को 52 हजार 768 वोटों से संतोष करना पड़ा था. इस तरह भाजपा प्रत्याशी डॉ. चौधरी ने 63 हजार 809 मतों से जीत दर्ज कर इस उपचुनाव की सबसे ज्यादा मतों से जीतने का रिकार्ड अपने नाम दर्ज किया था.
यह नेता इस जीत के कर्णधार
सांची विधानसभा की जिम्मेदारी में लगे भाजपा प्रदेश मंत्री रघुनाथ सिंह भाटी, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, भाजयुमो जिलाध्यक्ष राजेश राजपूत का अहम योगदान रहा है. सांची विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश मंत्री रघुनाथ सिंह भाटी को गैरतगंज देवनगर के 143 पोलिंग बूथों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसमें से 135 पोलिंग पर भाजपा ने जीत दर्ज की. यहां 30 हजार वोट की लीड रही. इसी तरह भाजयुमो अध्यक्ष राजेश राजपूत को आलमपुर सेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी थी. आलमपुर सेक्टर पिछले चुनाव में भाजपा 10 बूथों से नौ हारी थी, जबकि इस उपचुनाव में यहां भाजपा ने नौ बूथों पर अपनी जीत दर्ज की है. एक बूथ महज 11 वोटों से हारे हैं.