बहुजनों ने नहीं जताया बसपा पर विश्वास
मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के नेताओं का दावा था कि बसपा उपचुनाव में किंग मेकर की भूमिका में होगी, मगर उनका यह दावा सही साबित नहीं हुआ। केवल दो स्थानो पर ही बसपा अपनी मजबूती का अहसास करा पाई बाकी स्थानों पर बुरी तरह से हार गई बहुजनों की सियासत करने का दावा करने वाली इस पार्टी को बहुजन समाज का साथ नहीं मिल पाया है।
नेतृत्व पर सवाल
ग्वालियर चंबल में बहुजन समाज पार्टी की मजबूत जमीन मानी जाती रही है पर चुनाव दर चुनाव उसकी जमीन खिसकती हुई नजर आ रही है। बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार अब कडी टक्कर देते हुए नजर नहीं आते है। बहुजन समाज पार्टी के भीतर से भी अब आवाजे उठने लगी है कही नेतत्व में कमी रह गई या िफर चुनाव प्रचार में कमी रह गई।
बहुजनों में पकड कमजोर
बहुजन समाज के चिंतक बहुजन समाज पार्टी के घटते जनाधार पर पहले तो दबी जुबान से कहा करते थे पर अब खुलकर बोलने लगे है। बहुजन समाज पार्टी चुनावों के दौरान ही मैदान में रहती है इसके बाद मैदान से बाहर हट जाती है इसलिए उसकी बहुजन समाज में पकड कमजोर होती जा रही है। बहुजन समाज में अब नाराजगी बढ रही है कि बहुजन समाज पार्टी द्वारा बहुजन समाज के मामलो को मुखर हो लगातार नही उठा रही है इसलिए बहुजन समाज पार्टी का जनाधार कम हो रहा है।