प्रतियोगिता में बच्चों की प्रतिभा ने मोहा मन
कटनी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत देखरेख एवं संरक्षण वाले बालकों के लिए विभिन्न बाल देखरेख संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है। इन संस्थाओं में बालकों को आश्रय, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं विभिन्न सह पाठयक्रम गतिविधियों, जैसे नृत्य, गायन, हस्तकला, चित्रकला, खेलकूद का प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी प्रतिभा संवर्धन का कार्य भी किया जाता है।
कलेक्टर शशि भूषण सिंह एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास नयन सिंह के मार्गदर्शन में एक बार पुनः जि़ले की बाल देखरेख संस्थाओं के बालकों द्वारा राज्यस्तरीय बाल श्री कला प्रतियोगिता में विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है। महिला सशक्तिकरण अधिकारी वनश्री कुर्वेती ने बताया कि की बाल देखरेख संस्थाओं में, बालकों के लिए समय-समय पर सह पाठयक्रम गतिविधियों के प्रशिक्षण आयोजित किए जाते रहे हैं एवं बालकों को राज्य बाल श्री प्रतियोगिता में सहभागिता हेतु प्रोत्साहित कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित की गई। आशा किरण बाल गृह के शिवा फकीर ने समसायिक नृत्य में 5 से 10 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान, बलवीर यादव ने हस्तकला में 11 से 16 वर्ष आयु वर्ग में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार आसरा बाल गृह के बृजेश कुशवाहा ने शास्त्रीय नृत्य में 11 से 16 वर्ष आयु वर्ग में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। जि़ले के कपिल विश्वकर्मा पिता संजय कुमार विश्वकर्मा ने संगीत इंस्ट्रुमेंटल में प्रथम स्थान एवं प्रांशु विश्वकर्मा ने शास्त्रीय संगीत गायन 11 से 16 आयु वर्ग में सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया है।