जिंदा जलाए गए पुजारी का परिवार अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं, मुआवजा-नौकरी की डिमांड
राजस्थान। प्रदेश के करौली में मंदिर के पुजारी बाबूलाल को जिंदा जालाने के मामले में परिवार ने पुजारी का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है। परिवार ने सरकार से 50 लाख का मुआवजा और सरकार नौकरी की डिमांड की है। परिवार ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक उनकी डिमांड पूरी नहीं होती तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
करौली के एसडीएम ओम प्रकाश मीणा ने बताया कि प्रशासन ने मृतक के परिवार से अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया है। उनका कहाना है कि परिवार की सभी मांगों को आला अफसरों को बताया गया है। शासन परिवार की मांगो पर विचार कर रहा है। इसी दौरान घटना के विरोध में ब्राह्मण समाज, पुजारी संघ, बजरंग दल, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधिक्षक को ज्ञापन सौपकर सभी आरोपियों को जल्द पकडने और परिवार की मांगाों को पूरा करने की मांग की है। प्रशसन के अनुरोध के बाद भी परिवार अब तक अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि करौली में मंदिर पुजारी बाबूलाल को जमीन विवाद के चलते इलाके के दबगों ने जिंदा आग के हवाले कर दिया और पुजारी बाबूलाल की इलाज के दौरान मौत हो गई है। पुलिस ने वारदात में शामिल मुख्य आरोपी को पकडा है।