तराशा जाए तो लिख सकते हैं फलक पर नाम
मध्यप्रदेश। इस बार तो कोरोना काल के कारण से पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है, प्रदेश में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खोले गए हैं, पर विद्यािर्थयों की संख्या को अभी स्कूल तरस रहे हैं, पर पिछले रिजल्ट पर नजर डाले तो प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लिहाजा इन प्रतिभाओं को तराशा जाए तो यह अपने गांव शहर से लेकर राज्य का नाम रोशन कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश सरकार अच्छे अंकाें से बोर्ड की कक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने के लिए लैपटाप वितरण कर रही है। प्रदेश में इस बार बोर्ड कक्षाओं की प्रतिभाएं जो लैपटाप की हकदार बनी उनमें 16 हजार 208 विद्यार्थियों को प्रदेश में लैपटाप प्रदान किये गए हैं। इस योजना के कि्रयान्वयन पर 40 करोड़ 52 लाख रूपये खर्च हुए हैं।
– गलती नहीं ढूंढ पाए
प्रदेश की बोर्ड कक्षाओं के परीक्षा परिणाम में अव्वल रहे प्रतिभाओं की प्रतिभा का लोहा तो इस बात माना जा सकता है कि कई विषयों में ये अव्वल रही प्रतिभाओं ने पूर्णांकों पर कब्जा जमाया है। कापी जांचने वाले भी इनके द्वारा दिये गए उत्तर में कोई ढूंढ पाये हैं। प्रदेश भर की ऐसी प्रतिभाओं को यदि तराशा जाता है, उन्हें और सुविधाएं मुहैया कराई जाती है। तो यह अपनी प्रतिभा से नई इबारत लिख सकते हैं।