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मप्र में कोरोना संक्रमित जिलों से नदी तो कोई जंगल के रास्ते से पार कर रहा सरहदें

 

— ग्रीन और ओरेंज जिलों में बढने लगा है संक्रामण खतरा

 

[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]कमलेश पाण्डेय[/mkd_highlight]

 

मध्यप्रदेश। प्रदेश में कोरोना का संक्रामण आने वाले दिनों में तेजी से फैल सकता है। कुछ सरकार के गलत निर्णयों की वजह से और कुछ लोगों की नसमझी के कारण। कई कोरोना संक्रमित जिलों से ग्रीन और ओरेंज जिला में लोग छुप कर पहुंच रहे है। हद तो यह कि जान को दांव पर लगा की नदी और जंगल के रास्ते यह लोग जिलों की सरहदें पार करने कर सिलसिला जारी है। इधर, सरकार दावा कर रही कि हर जिले की सीमाएं पूर्णता सील है।

सरकार ने ग्रीन जिलों में बाजार खोल दिए है जहां सोशाल डिस्टेंसिंग जैसा कुछ नजर नहीं आ रहा। शहरों,गांवों में कोरोना के संक्रामण को दोनों बाहें फैलाकर अमांत्रित किया जा रहा है। कई ग्रीन जिलों में तो अब व्यापारी नेताओं पर दवाब बनाक कर बजार खोलने के प्रयास करने लगे है। वहीं कुछ जिलों में अधिकांश दुकानें खोली जा रही है। केंद्र सरकार ने भले ही लॉकडाउन 17 मई तक बढा दिया हो लेकिन मप्र सरकार अपनी ढप्पली अलग ही बजा रही है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अनोखे राग में गाना शुरू कर दिया है। उन्होंने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना संक्रामण मामूली सर्दी,खांसी बूखार जैसा ही है। उनके इस बयान के बाद जनता के मन में कोरोना संक्रमण को सावधानी, सर्तकता,नियमों का पालन करने के प्रति लापरवाही पैदा हो गई है।

— जान जोखिम में डाल कर ग्रीन जिलों में प्रवेश

छतरपुर जिले के सभी पड़ोसी जिलों टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना सहित यूपी के बांदा, महोबा और झांसी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अब तक गनीमत है कि छतरपुर जिले में एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है। चारों तरफ से कोरोना के खतरे की आहट के बीच जिला प्रशासन ने इन जिलों की सीमाओं पर तगड़ी चौकसी शुरू कर दी है लेकिन इन जिलों तक पहुंचने के लिए मौजूद छिपे हुए रास्तों से खतरा बना हुआ है। प्रदेश ज्यादातर जिलों में इन्हीं रास्तों से प्रतिदिन आवाजाही भी हो रही है। इन रास्तों से खतरे को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।

— नदी पार कर जा रहे टीकमगढ़, महोबा और पन्ना से भी आवाजाही

समीपवर्ती जिलों तक पहुंचने के लिए मौजूद छिपे रास्तों की कुछ तस्वीरें सामने आयी हैं। इन तस्वीरों में लोग पड़ोसी जिलों में आवाजाही करते नजर आ रहे हैं। नौगांव क्षेत्र के गर्रोली के समीप से टीकमगढ़ जिला प्रारंभ हो जाता है। धसान नदी को पार करने पर प्रतिदिन कई लोग टीकमगढ़ आ जा रहे हैं। इसी तरह लवकुशनगर क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों से महोबा और गौरिहार क्षेत्र के एक दर्जन गांवों से बांदा में पगडंडियों के रास्ते आवाजाही हो रही है। पन्ना जिले में भी पहुंचने के लिए चंद्रनगर-बमीठा क्षेत्र के एवं गौरिहार क्षेत्र से अजयगढ़ इलाके में प्रवेश के लिए कई रास्ते मौजूद हैं।

— सड़क पर पुलिस तैनात लेकिन छिपे रास्तों पर सुरक्षा नहीं

सभी जिलों में कोरोना के मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इन जिलों की सीमाओं को छूने वाली सड़कों पर कड़ी चौकसी कर दी है लेकिन इन जिलों में प्रवेश करने वाले छिपे रास्ते अब भी मुश्किल की वजह बने हुए हैं। इन रास्तों से अनेक लोग एक जिल से दूसरे जिले में जा रहे है।

— सावधानी हटी दुर्घटना घटी…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा था कि ऐसा न समझा जाए कि जहां अब तक कोरोना संक्रामण नहीं पहुंचा है वहां कभी पहुंच नहीं सकता। इसलिए हर तरह की सवाधानी और सर्तकता रखना ही होगी। यह बात अच्छे से समझ लिजिए कि सावधानी हटी दुर्घटना घटी..। पीएम मोदी से सीधे तौर पर यह कहा कि ग्रीन,ओरेंज जाने वाले बहुत सर्तक रहे,उनकी लापरवाही बडा नुकसान करेगी। पीएम की यह बात मप्र सरकार को समझ नहीं आई। प्रदेश सरकार ऐसा व्यावहार कर रही है जैसे कोरोना संक्रमण समाप्त हो गया हो और अब सब कुछ समान्य है। जबकि प्रदेश के दस जिलों में संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। जिसमें इंदौर और भोपाल शामिल है।

— आपकी समझदारी ही बचाएगी आपकी जान

मप्र में सरकार ने राजस्व को ध्यान में रख्ते हुए एक के बाद एक निर्णय लिए है। पहले किसानों से उपज खरीदी। अनाज मंडी में नीलामी शुरू करना। सरकार को मंडी शुल्क के रूप में बडी रकम मिलती है। इसलिए सरकार ने बिना सोचें मंडी शुरू करवा दी। यहां की तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा कि सोशाल डिस्टेंसिंग का कितना पालन हो रहा है। मास्क किस तरह से गाले में लटके दिखाई दे रहे है। भीड के मंजर ही अलग है। अब कई दुकानें खोल दी गई है। ऐसे में आपकी समझदारी ही आपकी जान बचा सकती है। हर हाल में घर में रहें, बहुत जरूरी होने पर घर से बाहर निकलें तो मास्क पहने। भीड वाले इलाकों में न जाए। यात्रा न करें, साबून से कई बार हाथ धोएं। लोगों से दूरी बनाए रखें। किसी के घर न जाए न किसी को घर बुलाए।

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