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लाॅकडाउन: अप्रैल माह में हर शाम आकाश में होंगे दो चकमते तारे

 

— 1969 में तारे से चले प्रकाश को देखिये हर शाम

 

 

[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]सारिका घारू[/mkd_highlight]

 

 

लाॅकडाउन टू की शाम को अगर आंगन या छत पर जाने की सुविधा है तो आप टहलते हुये सेहत सुधारने के साथ अकाश को अपना साथी बना सकते हैं। अप्रैल माह की हर शाम 7ः30 से 9 बजे के बीच अपने सिर के ठीक उपर कुछ उत्तर दिश में देखें तो दो चमकीले तारों की जोड़ी को पायेंगे।

पश्चिम में तेज चमकते वीनस या शुक्र के उपर की ओर इन्हे देख पायेंगे। यह जोड़़ी तीसरी राषि मिथुन राशि तारामंडल के मुख्य तारे हैं। मिथुन या जेमिनाई को जुड़वा के रूप में माना गया है।

मिथुन तारामंडल आकाश में 30 वां सबसे बड़ा तारामंडल है जो कि आकाश मे 514 वर्ग डिग्री का स्थान घेरता है। इससे होकर दिखने वाले उल्कापिंडों की बौझार हर साल 13 और 14 दिसम्बर की मध्यरात्रि को टूटते तारों की बौझार के रूप में देखी जा सकती है।

यह राशि तारामंडल 85 तारों से मिलकर बना है। आप जिन तारों को देख पा रहे हैं ये पाॅलुक्स और कैस्टर हैं । इन्हे भारतीय खगोल विज्ञान में पुनर्वसु नक्षत्र कहते हैं यह आकाश मंडल में 7 वां नक्षत्र है। इसमें पाॅलुक्स सबसे चमकदार तारा है और आकाश का 17 वां सबसे चमकदार तारा है।

इसका प्रकाश पृथ्वी तक आने में लगभग 33 साल लगते हैं। कैस्टर इसका दूसरा सबसे चमकदार तारा है और आकाष का 44 वां सबसे चमकदार तारा है। इसका प्रकाष पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 51 साल लगते हैं।

कैस्टर से 1969 में और पाॅलुक्स से 1987 में चले प्रकाश को अप्रैल माह की हर शाम लाॅकडाउन के दौरान देखिये। इन दिनो अभी जबकि चंद्रमा भी देर रात उदय होता है और पर्यावरण प्रदूषण कम होने के कारण आकाश साफ है तो अंधेरे आकाश में यह तारों का संसार को देखना और समझने का अच्छा अवसर है।

 

 

                                                                                           (  लेखिका नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक है  )

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