भूखे को भोजन, बीमार को दवाइयां, मरीज को अस्पताल पहुंचाने की सेवा में जुटी हैं सेवाभारती
[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]कीर्ति राणा[/mkd_highlight]
मध्यप्रदेश। कोरोना महामारी से मुकाबले में समाजसेवी संगठनों की सक्रियता का ही परिणाम है कि मुख्यमंत्री से लेकर जिला प्रशासन तक को समाजसेवी संगठनों की अहमियत को स्वीकारना पड़ा है, ये बात अलग है कि इंदौर सहित पूरे प्रदेश में ऐसे तमाम संगठनों को काम करने से रोक दिया था।सरकार को जल्दी ही अपने इस आदेश से उत्पन्न गंभीर परिणाम जल्दी ही समझ आ गए। मजदूरी कर के रोज पेट भरने वाले हजारों परिवारों के लिए प्रशासन से अधिक ऐसे सारे संगठन ही भोजन और कच्चा राशन पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 650 कार्यकर्ता सेवाभारती के माध्यम से शहर की विभिन्न बस्तियों में 12 हजार से अधिक भोजन पैकेट तो वितरित कर रहे हैं।बीमारी के चलते जीवनरक्षक दवाइयों के संकट से जूझ रहे लोगों तक दवाइयां पहुंचाने के साथ ही गंभीर बीमारों को अस्पताल में दाखिल कराने का दायित्व भी निभा रहे हैं।
संघ के नेटवर्क की सक्रियता का फायदा यह हो रहा है कि लोगों को घर से नहीं निकलना पड़ रहा है, सारी मदद उनके दरवाजे तक पहुंच रही है, कोरोना को हराने के लिए यही जरूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग का शत प्रतिशत पालन हो।
सेवा भारती ने 25 मार्च से ही भोजन वितरण की व्यवस्था शुरु कर दी थी। तब 8 हजार पैकेट तैयार हो रहे थे, अब 12 हजार कर रहे हैं।संघ ने अपनी गतिविधियों के बेहतर संचालन के लिए इंदौर महानगर को पांच जिलों में पहले से ही बांट रखा है।
भोजन निर्माण, वितरण नगर से बस्तियों और वहां से मोहल्लों तक किया जा रहा है।इन पांच जिलों में करीब 650 कार्यकर्ता इस सारी व्यवस्था को अंजाम दे रहे हैं।
पूरी और आलू-प्याज की सब्जी वाले भोजन पैकेट के साथ ही कच्ची राशन सामग्री उन परिवारों तक भी पहुंचा रहे हैं जो निम्न आय वर्ग वाले हैं और विभिन्न निजी संस्थानों में कार्य कर रहे थे लेकिन लॉकडाउन के चलते जिन्हें रोटी के संकट से जूझना पड़ रहा है।
–अन्य जिलों में भी पॉवर सेंटर
इंदौर विभाग प्रचार प्रमुख सागर चौकसे ने चर्चा में कहा इंदौर ही नहीं अन्य जिलों में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा पॉवर सेंटर बनाए गए है जिसमें हेल्प लाइन नंबर जारी किए है।नंबर पर सूचना मिलते ही उस क्षेत्र के कार्यकर्ता अपने स्तर पर समाधान के लिए सक्रिय हो जाते हैं।
इंदौर विभाग के पांचों जिलों में इसी व्यवस्था का पालन हो रहा है।इसी व्यवस्था के अंतर्गत समाज के उस वर्ग तक भोजन पहुंचाना जो ऐसे समय भोजन की व्यवस्था परिवार के लिए नहीं कर पा रहे हैं।
सागर चौकसे के मुताबिक क्लर्क कॉलोनी शाखा ने 35 परिवारों की बस्ती को गोद ले रखा है। ऐसे ही अन्य बस्तियों में भी 15 दिन के लिए परिवारों को कार्यकर्ताओं ने गोद ले लिया है।हॉस्टल, गेस्ट हाउस में फंसे स्टूडेंट के फोन आते हैं तो उनकी व्यवस्था भी स्वयंसेवक कर रहें है।
इंदौर में संघ के स्वयंसेवक “सभी घर पर ही रहें” इस के लिए सभी जिलों में प्रयास कर रहे है। किसी परिवार में दवाई की आवश्यकता हो या अस्वस्थता हो तो भी उस समय पूर्ण रूप से उनको हर चिकित्सीय सुविधा प्रदान कराई जा रही है।अनेक स्थानों पर स्वयसेवकों के माध्यम से मास्क और सेनेटाइजर की भी परिवार तक व्यवस्था कराई जा रही है।
संघ के स्वयंसेवकों का हर गांव व मोहल्ले तक फैला नेटवर्क आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा रहें है।
–राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इंदौर विभाग के हेल्पलाइन नंबर
- द्वारिका जिला- इंदौर पश्चिम
नंबर : 9301218662. - रामेश्वरम जिला- इंदौर दक्षिण क्षेत्र
नंबर : 9893076376. - बद्रीनाथ जिला- इंदौर उत्तर क्षेत्र
नंबर: 9893882390. - जगन्नाथ जिला- इंदौर पूरब क्षेत्र
नंबर : 9617198999. - महू जिला- महू क्षेत्र
नंबर : 9174179006.