मप्र मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिया इस्तीफा
मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री कमलनाथ कमलनाथ इस्तीफा देने की घोषणा की है। कमलनाथ दोपहर एक बजे राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करेंगें। कमलनाथ राज्यपाल को इस्तीफा दे सकते है। साथ ही कांग्रेस के सभी विधायक भी इस्तीफा दे सकते है। कांग्रेस चुनाव कराने का प्रस्ताव राज्यपाल को दे सकते है।
कमलनाथ ने कहा कि विधनसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सबसे ज्यादा सीट आई। सरकार का गठन हुआ मैं मुख्यमंत्री बना। उसके बाद से ही प्रदेया में विकास का काम शुरू किए गए। बीतें 15 माह प्रयास रहा कि मप्र में विकास के बडै काम हो। मैंने 40 — 45 साल की राजनीति में सिर्फ विकास पर विश्वास रखा । जब केंद्र मे तब भी सबका सहयोग किया,जिससे प्रदेया के विकास कार्य हो । मप्र में कांग्रस सरकार ने पांच साल प्रदेश को सही रास्ता में लाने के काम किया। पहले मप्र तुलना छोटा राज्य । बीजेपी ने 15 माह प्रदेश का हर नागरिक जनहितैषी पंसद नहीं आए। बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या की है। हर पंद्रह दिन कहा ब गिरी तग गिरी सरकार रहेगी। पहले दिन से सरकार के प्रहार किया। फिर भी हमने काम किया। 22 विधायकों को बंधक बनाया इसकी सच्चाई प्रदेश की जनता जानती। करोडा का खेल खेला है। जनात कभी माफ नहीं करेंगी। विधानसभा में कई बहुमत सबित किया है। बीजेपी को यह बर्दास्त नहीं हुआ । यह विश्वासघत मेरे नहीं जतना के साथ किया गया है। हमारी सराकर ने 12 लाख से अधिक किसानों का कर्जा माफ किया । बीजेपी किसानो के साथ धोखा दिया। बीजेपी ने माफीया के साथ मिलकर पिछले 15 साल में प्रदेश में भष्ट्राचार किया है। हमारी सरकार ने 15 माह में माफिया , मिलावाट करने वालो,भाष्ट्राचार करने वालों पर सख्त कार्यवाही की है। बीजेपी को यह सब रास नहीं आया है। कई जनता के काम बीजेपी को रास नहीं आए है।