अनोखा विवाह : वर-वधु लेंगे संविधान की शपथ तब ही माना जाएगा विवाह
— देश का पहला विवाह जिसमें वर- वधु लेंगे संविधान की शपथ
( कपिल सूर्यवंशी )
मध्यप्रदेश। सात फेरे, सात वचन से अब तक विवाह के बंध का मजबूत किया जाता रहा है लकिन अब ऐसा विवाह होने जा रहा है जिसमें सात फेरे और सात वचन के साथ देश के संविधान की शपथ वर वर-वधु लेंगे। यह विवाह देश का पहला ऐसा विवाह होगा जिसमें संविधान की शापथ ली जाएगी। मप्र के सीहोर जिला मुख्यलय के भारती नगर निवासी विष्णुप्रसाद दोहरे के पुत्र हेमन्त और जयराम भास्कर की पुत्री मधु का विवाह फरवरी माह की 16 तारीख होगा। इस विवाह में हेमन्त और मधु नई पहल करते हुए संविधान की शपथ लेंगे। इसके बाद ही दोनों का विवाह संपन्न माना जाएगा। ऐसा वर वधू और उनके परिजनों ने तय किया है। दूल्हे के बडे भाई ने कमलेश दोहरे ने बताया दोंनो परिवार अंबेडकर और बुद्ध विचारधारा को मानते हैं। शादियों में फिजुल खर्ची के खिलाफ हैं। वह भारत के संविधान में विश्वास रखते हैं इसलिए संविधान की शपथ लेकर यह विवाह संपन्न होगा।
14 फरवरी 2020 सीहोर के मुर्दी स्थित अंबेडकर पार्क में अंबेडकर अभिवादन कार्यक्रम आयोजित कर विवाह कार्यक्रमों की शुरूआत की गई है जिसमें दोंनों परिवारों और रिश्तेदारों द्वारा डा अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर केंडल जला कर संविधान बचाने की शपथ भी ली गई।
-विवाह निमंत्रण पत्र पर बुद्ध के संदेश
भवतु, सब्ब मंगलम, प्रज्ञा,शील,करूणा कुछ इस प्रकार के गौतम बुद्ध संदेश विवाह निमंत्रण पत्र पर अंकित किए गए हैं। विवाह के निमंत्रण पत्र पर बुद्ध और डा अंबेडकर के चित्र अंकित कराए गए हैं। इसके अलावा भारत का संविधान, हमारा स्वाभिमान जैसे स्लोगन भी शादी कार्ड पर अंकित हैं।