यह है मप्र के प्रशासनिक हाल : एसडीएम की कुर्सी एक बैठने वाले अधिकारी दो
(कमलेश पांडे)
मध्यप्रदेश। प्रदेश में प्रशासनिक सिस्टम के क्या हाल इसकी बानगी छतरपुर के एसडीएम कार्यालय में देखने को मिलती है,यहां एसडीएम का पद एक है लेकिन कुर्सी पर बैठने वाले अधिकारी दो है। हर रोज कभी कोई अधिकारी एसडीएम की कुर्सी पर बैठा होता है तो कभी दूसरा अधिकारी,शहर के लोगों को समझ ही नहीं आ रहा है कि आखिर असली एसडीएम कौन है?
ममला छतरपुर जिले का है,जहां एसडीएम पद को लेकर अनिल सपकाले और केके पाठक के बीच चल रहे तमाशे के कारण जहां आम जनता परेशान है तो वहीं इस तमाशे से पूरे प्रदेश में छतरपुर प्रशासन की नाक कट रही है। दोनों अधिकारी बारी-बारी से मौका मिलते ही एसडीएम की कुर्सी पर बैठ रहे हैं। गुरूवार को तो एक मौका ऐसा भी आया जब अनिल सपकाले कुर्सी पर बैठे थे और केेके पाठक एसडीएम न्यायालय में बैठ गए। लंच के बाद केके पाठक मुख्य कुर्सी पर बैठे तो अनिल सपकाले उन्हें देखकर ऑफिस से लौट गए। इस मामले में अब भाजपा ने भी हस्ताक्षेप किया है।
एसडीएम पद को लेकर चल रहा तमाशा बंद हो: भाजपा
भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह चौहान ने कहा है , कि जब से राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है तभी से संपूर्ण प्रदेश के साथ ही जिले में भी प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच अस्थिरता एवं अविश्वास का वातावरण निर्मित हो गया है। जिसका प्रमुख कारण संपूर्ण प्रदेश में व्यापक पैमाने पर बिना किसी कारणों के किए गए प्रशासनिक अधिकारियों के स्थानांतरण है। श्री चौहान ने शासन एवं प्रशासन को खुली चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इस तमाशे को शीघ्र ही खत्म नहीं किया गया तो भाजपा द्वारा आंदोलन कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।