खजुराहो में साल भर बाद शुरू होगा भारत का पहला डायमण्ड म्यूजियम का निर्माण कार्य
— पर्यटन और रोजगार के बढेगें अवसर
— खनिज मंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा
मध्यप्रदेश। प्रदेश के खजुराहो में प्रस्तावित डायमण्ड म्यूजियम का निर्माण कार्य एक साल के भीतर शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली जाएगी। अधिकारियों ने निर्माण के लिए योजना बना ली है। डायमण्ड म्यूजियम से जुडें पर्यटन और रोजगार को भी शामिल किया गया है।
छतरपुर जिले में खनिज उद्योग और पर्यटन के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ाने और खजुराहो में प्रस्तावित डायमण्ड म्यूजियम सहित बक्स्वाहा क्षेत्र में हीरा उत्खनन के लिए खदान की नीलामी के संबंध में प्रदेश के खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई। खजुराहो के झंकार होटल में सम्पन्न हुई विभागीय समीक्षा बैठक में विधायक आलोक चतुर्वेदी, नीरज दीक्षित, प्रद्युम्न सिंह लोधी और कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा, खनिज विभाग के सचिव नरेन्द्र सिंह परमार, सागर संभागायुक्त आनंद कुमार शर्मा, डीआईजी अनिल माहेश्वरी सहित छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी कलेक्टर तथा संभाग के सभी जिलों के खनिज अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के अवसर पर पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से अधिकारियों ने प्रस्तावित हीरा म्यूजियम और बक्स्वाहा बंदर खदान नीलामी की रूपरेखा और कार्ययोजना के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव भी रखे। म्यूजियम के प्रस्तावित डिजाइन और इसके निर्माण कार्य के बारे में बारीकी से अवगत कराया गया। बताया गया कि खनिज और पर्यटन विभाग के सहयोग से स्थापित होने वाले उद्योगों से जिले के स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल खजुराहो में हीरा व्यापारियों के आवागमन से पर्यटन के क्षेत्र में भी अवसर बढ़ेंगे।
खनिज मंत्री श्री जायसवाल ने अधिकारियों से कहा कि प्रस्तावित कार्ययोजना पर तत्काल कार्य करना सुनिश्चित करें। इसके लिए शासन स्तर से सभी जरूरी प्रयास और आवश्यक स्वीकृतियों का उन्होंने भरोसा दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भूमि आवंटन के बाद एक वर्ष में डायमण्ड म्यूजियम शुरू हो जाएगा। उन्होंने इसकी सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में पुलिस अधिकारियों से चर्चा की और पर्यटन विभाग के अधिकारियों को भी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के लिए ताकीद किया।
खनिज मंत्री ने कहा कि बंदर परियोजना में नीलामी के जरिए तकनीकी निविदा का निष्पादन इस माह के अंत तक हो जाएगा और यहां से उत्खनित जेम क्वालिटी के हीरों का प्रदर्शन नीलामी के लिए म्यूजियम में किया जाएगा। डायमण्ड टूरिज्म सर्किट के कॉन्सेप्ट पर भी उन्होंने चर्चा की। पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने पन्ना में स्थापित होने वाले डायमण्ड पार्क के बारे में उपयोगी सुझाव दिए।
खनिज मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा राजपत्र में प्रकाशन के बाद नए रेत नियम प्रभावशील हो जाएंगे। छतरपुर जिले में रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन, अवैध वसूली और ओवर लोडिंग के बारे में भी मंत्री ने जानकारी ली। उन्होंने कहा कि खनिज संपदा का अवैध दोहन रोकने और राजस्व में बढ़ोत्तरी के लिए चिन्हित अवैध खदानों की नीलामी भी की जाएगी। इसके अलावा जिले में नए खनिज उद्योग लगाए जाने की संभावना भी तलाशी जाएगी। इसके पहले खनिज विभाग के सचिव नरेन्द्र सिंह परमार ने ई-खनिज पोर्टल और विभाग के प्रस्तावित प्लान के बारे में अवगत कराया। सागर संभागायुक्त आनंद शर्मा ने भी बैठक में अपने सुझाव रखे।
मंत्री श्री जायसवाल ने विधायकों विधायकों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में सुझाव और मांग प्राप्त होने पर स्टोन और ग्रेनाइट पार्क स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। विधायक आलोक चतुर्वेदी के सुझाव पर डीएमएफ फण्ड की उपयोगिता पर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में चर्चा करने के निर्देश भी उन्होंने अधिकारियों को दिए।