करोडों का आसामी निकला सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे
— कई शहरों में है चल अचंल संपत्ति
— लोकायुक्त ने पांच जगहों पर मारे है छापे
— अभी कई जगहों पर संपत्ति होने की जानकारी
मध्यप्रदेश। आबकारी विभाग का सहायक आयुक्त करोडों रूपए की चल अचल संपत्ति का आसामी निकला। जी हां ये खुलासा हुआ है मंगलवार को आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त अलोक खरे के ठिकानों पर हुई लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई से। प्रारंभिक कार्रवाई के दौरान ही खरे की संपत्ति करोडों रूपए की निकली जिसे देखकर कार्रवाई कर रहे लोकायुक्त टीम की आंखें खुली की खुली रह गईं। अबतक खरे के कई शहरों में मकान, प्लॉट व कृषि भूमि होने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि खरे के पास करोडों रूपए की आय से अधिक संपत्ति है।
अभी तक जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसमें भोपाल के चुना भट्टी इलाके में 3200 वर्ग का प्लाट, ग्राम ताा सेवानिया में 17.41 एकड कृषि भूमि, इंदौर केलाश पार्क में 1500 वर्गफीट का प्लाट, श्री बिल्डर्स एंव डेवलपर्स में 5056 वर्ग फीट का बंगला, सी—21 मॉल में 1890 वर्ग फीट कार्यालय, रायसेन शहरी इलाके में 21 और 14.75 एकड कृषि भूमि, कुसूम ग्रहनिर्माण सहकारी समिति भोपाल 1800 वर्ग फीट का एक प्लाट, डबरा इमालिया में 57.89 एकड कृषि भूमि, मेसर्स पारस हॉउसिंग होशंगाबाद रोड पर बिल्डर के प्राजेक्ट्स में करोडों के निवेश की जानकारी मिली है। ]
गौरतलब है कि मंगलवार की सुबह इंदौर सहायक आबकारी आयुक्त आलोक कुमार खरे के पांच ठिकानों पर लोकायुक्त ने छापा मारा है जिसमें छतरपुर, इंदौर, भोपाल ओर दो जगह रायसेन में छापामार कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त ने छतरपुर स्थित आलोक खरे पिता लाल जी खरे के निवास पर भी छापा मारा है। भोपाल लोकायुक्त के निर्देश पर सागर लोकायुक्त की टीम छतरपुर में कर रही कार्यवाही की है। बताया जा रहा है कि सहायक आबकारी आयुक्त आलोक कुमार खरे ने आय से अधिक संपत्ति जुटाई है जिसकी शिकायत लोकायुक्त को की गई थी। शिकायत की जांच के बाद लोकायुक्त संगठन के बारह सदस्यी दल ने छतरपुर स्थित सिनीटस कॉलोनी में खरे के निवास सहित इंदोर, भोपाल रायसेन के अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है। फिलहाल छापामार कार्रवाई जारी है।