अभिनेता रघुवीर यादव के अंदर का सिंगर आज भी जिंदा
— फिल्मों से कही अधिक अच्छा काम रंगमंच पर
— अच्छी फिल्में देखने वालों की संख्या बढी
(राखी नंदवानी )
भोपाल। पीपली लाइव फिल्म में बुधिया का अमर किरदार करने वाले अभिनेता रघुवीर यादव के अंदर का सिंगर अभी जिंदा है। हां कुछ दब सा जरूर गया है क्योंकि रोजी रोटी अभिनय से चलती है,लेकिन जब भी मौका मिलता है..यह सिंगर बाहर निकलता और महगांई डायन खाए जात है जैसे गीत को अपनी आवाज से अमर कर देता है। लंबे अंतराल के बाद रघुवीर यादव फिल्म जैकलीन आई एम कमिंग में बडे पर्दे पर दिखाई दगें। उनकी नई फिल्म सहित अपने फिल्मी और निजी जीवन को उन्होंने भोपाल प्रवास के दौरान बेबाक बातचीत की।
रघुवीर यादव बताते है कि उनका सपना सिंगर बनाने का था, घर से (जबलपुर मप्र) वे अपने दोस्त के साथ भागे भी इस सपने को साथ लेकर..। बाद में जब रहने का ठिकाना और खाने के पैसे नहीं होने से नाटक कंपनी में काम करना शुरू किया और फिर धीरे—धीरे फिल्मों में काम मिलता गया और अब तक सफर जारी है।
— ढाई रूपए में ज्यादा सुक़ून था…
रघुवीर यादव जब शुरूआत में एक पारसी नाटक कंपनी में काम करते थे तो उन्हें दिन का ढाई रूपया मेहनताना मिलता था और अब लाखों रूपए मिलतें है। वे कहते है कि ढाई रूपए में अधिक सुक़ून था बजाए अब के लाखों रूपए के। रघुवीर यादव कहते है कि फिल्मों में काम करने का मन नहीं था पर उस समय कोई ओर काम भी नहीं था। इसलिए फिल्में मिली तो काम करता चला गया और यहां तक आ पहुंचा। यादव कहते है कि उन्होंने अपने सिंद्धतों से कभी समझौता नहीं किया,फिल्म की कहानी और किरदार में अच्छाई और सच्चाई दिखाई दी तभी भूमिका की।
— एक दौर था जब लोग मसाला फिल्मों को देखते थे..
रघुवीर यादव बताते है कि कुछ साल पहले तक दर्शक सिर्फ मसाला फिल्में देखना पसंद करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब समाजिक और कई महत्वपूर्ण विषय पर कम बजट की फिल्में बन भी रही है और दर्शक खूब पंसद भी कर रहे हैं। समाजिक विषयो पर फिल्में बनना बेहद जरूरी है।
— कलाकार पर बोलने की पांबदी ठीक नहीं…
कलाकारों पर बोलने की पांबदी पर रघुवीर यादव कहते है कि कलाकार की अजादी पर पांबदी लगाना ठीक नहीं है। कलाकार तो समाज में होने वाली घटनाओं को लेकर अपना मत देता सदियों से देता रहा है और सरकारों ने उसकों गंभीरता से भी लिया है। अब हलात कुछ और है ये सही बात है कि इस समय सभी डरे हुए है।
— छोटा पर्दे पर काम करना पहली पसंद
मुगेंरीलाल के हसीन सपने धारावाहिक में मुगेंरीलाल का किरदार करने वाले रघुवीर यादव बताते है कि छोटा पर्दे पर काम करना उनकी पहली पंसद है। उनको जब भी मौका मिलेगा वे धारावाहिकों में काम करने से गुरेज नही करेंगे। छोटा पर्दा कलाकार को घर —घर में पहचान दिलाता है। अब तो कई बडें सुपरस्टार छोटे पर्दे पर काम कर रहे है और अच्छा पैसा भी मिलता है।