ज्योतिरादित्य सिंधिया का महासचिव पद से इस्तीफा, कहा- हार के लिए मैं जिम्मेदार
मध्य प्रदेश। लोकसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर जारी है। आज (रविवार) कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस महासचिव पद इस्तीफा दे दिया है। हार को स्वीकार करते हुए सिंधिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट कर लिखा, ‘लोगों के फैसले को स्वीकार करने और जवाबदेही लेने के बाद, मैंने अपना इस्तीफा कांग्रेस महासचिव के रूप में कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी को सौंप दिया था। मैं उन्हें इस जिम्मेदारी को सौंपने और मुझे अपनी पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देता हूं।”
बता दें कि सिंधिया ने 8 से 10 दिन पहले ही राहुल गांधी को अपना इस्तीफा दे दिया था। जिसका अधिकारिक ऐलान आज किया है। सिंधिया ने कहा कि वह लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा नेता नहीं हूं जो दूसरों को आदेश देता हो। मुझे लगता है कि जब कोई जिम्मेदारी होती है, तो साथ ही जवाबदेही भी आती है। अगर प्रदर्शन अच्छा नहीं है तो भी मैं जिम्मेदार हूं। इसलिए, मैंने इस्तीफा देने का फैसला लिया था। जब सिंधिया से यह पूछा गया कि राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद पार्टी को फिर कैसे खड़ा किया जाएगा, इस पर सिंधिया ने कहा, पार्टी इस संबंध में सामूहिक रूप से फैसला करेगी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी ने पद छोड़ने का फैसला किया।
बता दें कि राहुल गांधी ने सिंधिया को लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया था। जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा को ईस्ट यूपी की कमान सौंपी गई थी। हालांकि सिंधिया यूपी की जिम्मेदारी संभलने में विफल रहे। यूपी कांग्रेस के हाथ केवल एक सीट रायबरेली लगी।
सिंधिया का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब कई राज्यों के पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ एकजुटता की अभिव्यक्ति के रूप में अपने इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैं। इससे पहले आज ही पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने भी मुंबई इकाई के कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की घोषणा की थी। वहीं यूथ कांग्रेस अध्यक्ष केशव चंद ने भी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।