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TODAY’S HISTORY: क्या आप जानते हैं आज के दिन क्या हुआ था?

Today’s History (आज का इतिहास) 24 –April

24 अप्रैल 1929 को भारत की प्रसिद्ध अभिनेत्री नरगिस रबादी का जन्म हुआ। जिन्हें सब ‘शम्मी‘ के नाम से जानते हैं। शम्मी शुरुआती दौर में कई फिल्मों में नायिका और सहनायिका के तौर पर नजर आई, फिर उन्होंने चरित्र भूमिकाओं की ओर रुख किया। शम्मी ने  ‘भाई बहन’, ‘दिल अपना प्रीत पराई’, ‘हाफ टिकट’, ‘जब जब फूल खिले’, ‘इत्तेफाक’,  ‘द बर्निंग ट्रेन’, ‘कुदरत’,’हम साथ साथ है,’ ‘शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी’ जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। शम्मी ने कई लोकप्रिय टीवी धारावाहिकों में भी अभिनय किया है, जैसे ‘देख भाई देख’, ‘कभी ये कभी वो’, ‘श्रीमान श्रीमती’, ‘जबान संभाल के’, ‘फिल्मी चक्कर’।

24 अप्रैल 1934 को भारतीय न्यायधीश एवं राजनेता सी. शंकरण नायर का निधन हुआ।

24 अप्रैल 1940 को मिजोरम, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के गवर्नर रह चुके अजीज कुरैशी का जन्म हुआ।

24 अप्रैल 1944 को हिंदी दैनिक अखबार “आज” के संस्थापक और प्रसिद्ध क्रांतिकारी शिव प्रसाद गुप्ता का निधन हुआ।

24 अप्रैल 1956 को छत्तीसगढ़ राज्य की पहली महिला कलाकार जो पण्डवानी की कापालिक शैली की गायिका है ‘तीजन बाई’ का जन्म हुआ। 13 साल की उम्र में तीजन बाई ने अपना पहला ‘पंण्डवानी’ के कापालिक शैली में गाते हुए सार्वजनिक(मंच प्रदर्शन) परफारमेंस दी,(उस समय में महिला पंडवानी गायिकाएं केवल बैठकर गा  सकती थी, जिसे ‘वेदमती शैली’ कहा जाता है, पुरुष खड़े होकर ‘कापालिक शैली’ में गाते थे) यह परफॉर्मेंस उन्होंने अपने पड़ोसी गांव चंद्रखुरी(दुर्ग) में दिया जिसके लिए उन्हें 10 रुपए मिले।थोड़े ही समय में तीजनबाई को आस-पास के गांव में विशेष अवसरों और त्योहारों पर आकर अपनी परफॉर्मेंस देने के लिए निमंत्रण मिलने लगे। एक दिन तीजन बाई की परफॉर्मेंस के दौरान मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर ने उन्हें सुना और उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सामने परफॉरमेंस करने के लिए बुलाया गया,और उसके बाद तीजन बाई ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय परफॉर्मेंसेस दिए जिन्हें खूब सराहा गया। तीजन बाई को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। जिसमें:  सन 1988 में ‘पद्म-श्री’ से, सन 1995 में ‘संगीत नाटक अकैडमी अवॉर्ड’ से, सन 2003 में ‘पद्म-भूषण’ से, सन 2019 में ‘पद्म- विभूषण’से शामिल है। 

24 अप्रैल 1973 को भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का जन्म हुआ। सचिन तेंदुलकर सर्वश्रेष्ठ इंटरनेशनल क्रिकेटरों में से एक है, वो भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। तेंदुलकर को एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है, साथ ही वे पहले बल्लेबाज है जिसने वनडे में दोहरा शतक बनाया। सचिन तेंदुलकर को लिटिल मास्टर और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम से भी जाना जाता है। सचिन तेंदुलकर को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जिसमें  ‘अर्जुन पुरस्कार’ 1994 में, ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ 1997 में, ‘पद्मश्री’ 1999 में, ‘पद्म विभूषण’ 2008 में शामिल है। 16 नवंबर 2013 को क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करने और अपने आखिरी फाइनल मैच खेलने के कुछ घंटों बाद ही भारत के प्रधानमंत्री ने सचिन तेंदुलकर को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की घोषणा की।साल 2013 में भारतीय पोस्टल सर्विस ने सचिन तेंदुलकर का एक डाक टिकट जारी किया, तेंदुलकर मदर टेरेसा के बाद दूसरे भारतीय बने जिनके लिए ऐसा डाक टिकट उनके अपने जीवन काल में जारी किया गया है।

24 अप्रैल 1974 को भारत के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबंधकार रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का निधन हुआ।दिनकर स्वतंत्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतंत्रता के बाद ‘राष्ट्रीयकवि’ के नाम से जाने गए। दिनकर छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे। रामधारी सिंह दिनकर को ‘पद्म-भूषण’, ‘साहित्य अकैडमी अवॉर्ड’ और ‘भारतीय ज्ञानपीठ’ पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।

24 अप्रैल 1990 को  STS-31: हबल स्पेस टेलीस्कोप को स्पेस शटल डिस्कवरी से लांच किया गया।

24 अप्रैल 1993 को आई आर ए (IRA) द्वारा रखे एक बम ने लंदन के बिशप्सगेट इलाके को तबाह कर दिया।

24 अप्रैल 2009 को एक यशस्वी लेखक, कवि तथा ओजस्वी वक्ता महात्मा रामचंद्र वीर का निधन हुआ।महात्मा रामचंद्र वीर भारत के स्वतंत्रता आंदोलन, गौ रक्षा तथा अन्य विविध आंदोलनों में कई बार जेल गए। उन्होंने देश तथा धर्म के लिए बलिदान देने वाले हिंदू महात्माओं का इतिहास लिखा साथ ही ‘विजय पताका’, ‘हमारी गौमाता’, ‘हमारा स्वास्थ्य’ ‘वीर रामायण'(महाकाव्य) जैसी कई पुस्तकें लिखी।

24 अप्रैल 2011 को आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा का निधन हुआ।

24 अप्रैल 2013 को बांग्लादेश के ढाका जिले के पास एक 8 मंजिली बिल्डिंग के गिरने से करीब 1134 लोगों की मौत हो गई और करीब 2500 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस बिल्डिंग का नाम राणा प्लाजा था।

24 अप्रैल 2013 को अफगानिस्तान के जलालाबाद में 5.7 तीव्रता के भीषण भूकंप में करीब 18 लोगों की मौत हो गई और 130 से ज्यादा लोग घायल हो गए। और लगभग 345 घरों को नुकसान पहुंचा।इस भूकंप के झटके भारत और पाकिस्तान में भी महसूस किए गए थे।

24 अप्रैल 2013 को चीन के शिंजियांग के बाचू(मेरेलबेक्सी) काउंटी में जातीय हिंसा में कम से कम 21 लोगों की मौत हुई जिसमें 15 पुलिस कर्मी और अधिकारी भी शामिल थे।

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