जो सबकी गल्तियों को माफ कर दे वो महावीर – दिव्यपूर्णा श्रीजी म.सा.
—श्वेताम्बर जैन समाज ने चल समारोह निकालकर मनाई महावीर जयंती
सीहोर । जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों की सारी गल्तियॉ माफ कर देते हैं । कोई भी माता-पिता को उनके बच्चों की गलतियॉ याद ही नहीं रहती कारण है कि उन्होने माफ कर दिया इसलिये वो महान होते हैं वैसे ही भगवान ने भी हमारी सारी गल्तियॉ माफ कर दी है इसलिये उन्हे हम महावीर कहते हैं। उक्त सारगर्भित प्रवचन महावीर जयंती जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में परमपूज्य दिव्य पूर्णा श्रीजी एवं परमपूज्य शाश्वत पूर्णा श्रीजी महाराज साहब ने दिये। श्री श्वेताम्बर जैन श्री संघ सीहोर द्वारा महावीर जयंती के उपलक्ष्य पर मण्डी स्थित श्री शांतिनाथ जैन मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसमें प्रात:काल भगवान का अभिषेक एवं सुन्दर श्रृंगार किया गया। इसके पश्चात प्रमुख मार्गों से चल समारोह निकला जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज एवं स्थानीय लोगों ने उपस्थित होकर धर्मलाभ लिया।
चल समारोह में महिलाएं भगवान की प्रतिमा के समक्ष डांडियॉ खेलती एवं चामर झुलाते हुए चल रही थीं। जैन श्वेताम्बर उपाश्रय में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को भगवान महावीर पर व्याख्यान देते हुए साध्वी महाराज ने बताया कि जब हम पत्थर की प्रतिमा में भी भगवान की उपस्थिति स्वीकार कर लेते हैं और मंदिर में अपनी मर्यादा रखते हैं तो फिर हमारे आसपास रहने वाले प्रत्येक जीव और मनुष्य को जीवंत हैं उनमें भी हमें परमात्मा के दर्शन करना चाहिये। तो हम कभी भी किसी के प्रति दुर्भावना नहीं रख पायेंगे। महावीर जयंती के अवसर पर सभी लोगों ने सामुहिक णमोकार मंत्र का जाप किया। इसके पश्चात स्वामी वात्सल्य का आयोजन हुआ.