मध्यप्रदेश की इंदौर,विदिशा और भोपाल सीट पर बीजेपी की मथापच्ची
— भोपाल में दिग्विजय सिंह के सामने कौन?
— विदिशा सीट पर शिवराज किसे लडेंगे?
— इंदौर सीट पर भी उठापटक जारी
— मप्र में 2014 में बीजेपी की 27 और कांग्रेस की 2 सीट
इनसाइड स्टोरी डेस्क। लोकसभा चुनाव 2019 भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण है,यह चुनाव जीतते है तो मोदी और अमित शाह की जोडी अमर हो जाएगी और अगर हारते है तो दोनों का किनारे लग जाना तय है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की योजना और रणनीति के तहत सभी टिकट तय किए जा रहे है। मप्र में भी उनका अब सीधा दखल है उनकी मर्जी के बिना किसी को भी लोकसभा टिकट नहीं मिल रहा है,ऐसे में भोपाल,इंदौर और विदिशा जैसी महत्वपूर्ण सीट पर अब तक टिकट तय नहीं होना कहीं पार्टी को भारी न पड जाए।
मध्यप्रदेश में बीजेपी ने इंदौर,भोपाल और विदिशा सीट पर काफी मंथन किया है,कई सर्वे भी कराए गए है। वहीं पुराने चहेरों को बदलकर नए लाने की योजना में सख्ती से काम किया जा रहा है। इंदौर सीट से बीते आठ चुनाव जीत चुकीं सुमित्रा महाजन ताई को टिकट काट दिया गया,उन्हें सम्मान बचाने के लिए चुनाव नहीं लडने की घोषण करना पडी। हलांकि ताई अभी भी इंदौर में चुनाव प्रचार में लगी है। वे ऐसा क्यों कर रही है ये उजागर नहीं हुआ है। ताई को किनारे करने के बाद अब कैलाश विजयवर्गीय का नाम तेजी से चल रहा है। वहीं यह भी कहा जा रहा है।
भोपाल सीट से कांग्रेस ने जोरदार दांव खेला है,पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मैदान में उतार कर बीजेपी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किसे उनके समाने उतारा जाए। दिग्विजय सिंह ने अब तक लोकसभा क्षेत्र में कई दौरे कर लिए है। उन्होंने भोपाल और सीहोर के गांवों में भी अपनी पकड को अधिक मजबूत करने के लिए समाजिक आयोजनों में शामिल हाने का सिलसिला जारी रखा है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को जिस तरह से बीजेपी ने शुरूआत में कमजोर उम्मीदवार बताने के प्रयास किए थे,वे उतने ही दमदार सबित होते जा रहे है,बीजेपी का वार उस पर ही भारी पड रहा है, अब लोग बीजेपी से सवाल कर रहे कि अब तक भोपाल से उम्मीदवार घोष्ति क्यों नहीं किया है। हर दिन कोई नया नाम सामने आता है,इसी समय मप्र की पूर्व सीएम उमा भारती और शिवराज सिंह का नाम तो चल रहा है लेकिन शनिवार को ही शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव न लडने की बात कही हैं। अब सिर्फ उमा भारती पर नजरें है,उनकी तरफ से कोई बयान नहीं आया है। पार्टी के सुत्र बताते है कि उमा भारती भी भोपाल से चुनाव लडने के मूड में नहीं है उन्होंने ने भी कोई ओर नाम आगे बढा दिया है। बीजेपी उमा भारती द्वारा दिया गया नाम को फायनल करती है या किसी ओर को टिकट देती है। ये कुछ समय में सामने आएगा। भोपाल लोकसभा सीट के लिए नमांकन की अतिंम तारीख 29 अप्रैल है उससे पहले बीजेपी को उम्मीदवार का नाम घोषित करना ही है।
विदिशा सीट भी बीजेपी की सीट है,भोपाल,इंदौर की तरह ही यहां से कांग्रेस को 1967 के बाद से सिर्फ दो बार जीती है। कांग्रेस के उम्मीदवार प्रतापभानू शर्मा 1980 से 89 तक दो बार लगातार यहां सांसद चुनें है। उसके पहले या बाद बीजेपी का कब्जा रहा है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान 5 बार विदिशा सीट से विजयी रहे,पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वजपेयी एक बार,राघवजी एक बाद जनता दल से और दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी से चुनाव जीतें है। इंडियन एक्सप्रेस समाचर पत्र के स्थापक रामनाथ गायनका बीजेपी,पंडित शिव शर्मा,रामपाल सिंह और दो बार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज यहां से विजय रहीं है। इस बार भी कांग्रेस ने बीजेपी को वॉकओवर जैसा ही दिया है,कांग्रेस ने बीस हजार वोटों से विधायक को चुनाव हारा उम्मीदवार शैलेन्द्र पटेल को टिकट दिया है। जिसका कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने ही विरोध करना शुरू कर दिया हैं। बीजेपी की परेशानी विदिशा सीट पर लगभग खत्म हो गई हो गई, यहां से जल्दी ही दमदार उम्मीदवार को नाम घोषित होगा,यह उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान का नजदीकी होगा,यह तय है।
—कहां कितने मतदाता
इंदौर — 21,15,303
भोपाल —19,57,241
विदिशा—1,234,006
— कब कहां मतदान
मध्यप्रदेश में चार चरण में कुल 29 सीटों पर चुनाव होंगे। जिसमें 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई की तारीख है।
29 अप्रैल— सीधी,शहडोल,जबलपुर,मंडला,बालाघाट,छिंदवाड़ा।
6 मई—खजुराहो,टीकमगढ़,बेतुल,रीवा,सतना,दमोह,होशंगाबाद।
12 मई— भोपाल,विदिशा,राजगढ,मुरैना,भिंड,ग्वालियर,गुना,सागर।
19 मई— देवास,उज्जैन,मंदसौर,रतलाम,धार,इंदौर,खरगोन,खंडवा।