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बीजेपी में बुर्जुगों के लिए जगह नहीं,आडवाणी के बाद सुमित्रा महाजन ने लिखा पत्र, कहा चुनाव नहीं लडूंगी, अब तो इंदौर से उम्मीदवार घोषित कर दो

— बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं,भारी न पड जाए बुर्जुगों की नाराजगी
— पार्टी को अब उसके ही दो लोगों की कंपनी बता रहे

इनसाइड स्टोरी डेस्क। भारतीय जनता पार्टी में अब बुर्जुगों के लिए जैसे कोई जगह रह ही नहीं गई है सबको किनारे कर दिया या किनारे होने पर मजबूर कर दिया,बारी बारी सब वृद्वा आश्रम की तरफ रूख कर रहे है और करें भी क्या, पार्टी तो अब दो लोगों की कंपनी बन कर रह गई है। लालकृष्ण आडवाणी के बाद लोकसभा स्पीकर और इंदौर से सांसद सुमित्रा महाजन ताई ने भी पत्र लिख दिया है और खुद को किनारे कर लिया है। उन्होंने अब लोकसभा चुनाव नहीं लडनें की घोषण कर दी है।

सुमित्रा महाजन ताई ने पत्र में लिखा कि भारतीय जनता पार्टी ने इंदौर से अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है? संभव है कि है पार्टी् को निर्णय लेने में कुछ संकोच हो रहा है। हालांकि मैंने पार्टी में वरिष्ठों से इस सबंध में बहुत पहले ही चर्चा की थी, और निर्णय उन्ही पर छोडा था। लगता है कि उनके मन में अब भी कुछ असमंजस है। इसलिए मैं यह घोषणा करती हूं कि अब मुझे लोकसभा का चुनाव नहीं लडना है। अतं पार्टी अपना निर्णय मुक्त मन से करें,निसंकोच होकर करें ।
उन्होंने लिखा कि इंदौर के लोगों ने आज तक जो प्रेम दिया,भारतीय जनता पार्टी एंव सभी कार्यकर्ताओ ने जिस लगन से सहयोग दिया। सभी की हृदय से आभारी हूं। अपेक्षा करती हूं कि पार्टी अपना निर्णय जल्द करें ताकि आने वाले दिनों में सभी को काम करने में सुविधा होगी और असमजंस की स्थिति समाप्त होगी। इस पत्र के बाद यह साफ हो गया है कि पार्टी इस बार सुमित्रा महाजन ताई को ​इंदौर से टिकट देने के मुड में नहीं है। देखना होगा कि अब इंदौर से बीजेपी का उम्मीदवार कौन होगा। चचार्आ पर यकीन किया जाए तो इंदौर से अरूण जेटली को उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

आठ बार इंदौर से जीती सुमित्रा ताई

1989 के बाद से लगातार 2014 तक के लोकसभा चुनाव में सुमित्रा ताई को विजय हासिल हुई हैं। वे 1989 में इंदौर से पहली सांसद चुनी गई उसके बाद किसी की भी लहर रही हो ताई की जीत पक्की रही। सुमित्रा ताई ने कांग्रेस के प्रकाश चंद्र सेठी,ललित जैन, मधुकर वर्मा, पकंज संघवी,महेश जोशी, रमेश्वर पटेल,दो बार सत्यनारायण पटेल को हारया है। 35 साल से वे इंदौर से सांसद है। इंदौर को बीजेपी का गढ बनाने में ताई की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है।

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