ऐसी पूजा का क्या फायदा ?
2-3 दिन पूर्व मॉल में गये तो दो अलग अलग वाक़ये देखने को मिले ।
हुआ यूं कि ,हमसे आगे चल रही एक महिला ने दूसरे से पूछा :-बहुत दिनों से भाईसाहब दिखाई नही दे रहे है ,कही बाहर गये है क्या?
दूसरी बोली :- अरे नही,कई दिनों से बीमार है ,अभी तक पूरी तरह ठीक नही हो पाये है ।
पहली ने हमदर्दी जताते हुए बोला :- अरे भाईसाहब तो बड़े सात्विक विचारो वाले धार्मिक व्यक्ति है ,बड़ी पूजापाठ भी करते है । वो कैसे बीमार रहे इतने दिनों तक ?
दूसरी रूखेपन से बोली :- पूजा तो ये एक-एक घंटे करते है पर बीमारी दूर नही हो पाई ।
पहली बोली :- ऐसी पूजा का क्या फायदा ?
दोनो महिलाओं की बातचीत के दौरान ईश्वर की भूमिका पर लगे प्रश्नचिन्ह को सुनते हुए हम आगे बढ़ गए और बिग बाज़ार में पहुँचे ,वहाँ पर एक दूसरा वाकया देखने को मिला ।
एक महिला अपने पति के पास घी का एक पैकेट लेकर आयी और बोली :- देखिये जी ये घी दूसरे ब्रांड के घी से 200 रुपये प्रति किलो सस्ता है ,1 किलो ले लेते है ठीक रहेगा ।
पति झल्ला कर बोला :– कैसी बात कर रही हो ,ये न जाने किस ब्रांड का है,इस पैकेट के ऊपर कुछ लिखा भी नही है ,
शुद्ध भी है कि नही ,पता नही,थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर मे सेहत को दांव लगाना कैसी बुद्धिमानी ?
पत्नी बोली :- अरे ,आप गलत समझ रहे है ,मै तो पूजा के लिए खरीदना चाहती थी ,घर के लिए तो मैने पहले ही ब्रांडेड घी ले लिया है ।
पति बोला :– तो पूजा के लिए भी क्यो ले ऐसे घी को ?
पत्नी बोली :- पूजा में दीपक ही तो लगाना है और नवरात्री में हवन में भी उपयोग कर लेंगे इसका । मार्च में इनकम टैक्स भरने से पहले ही परेशानी है,थोड़ी बचत हो जायेगी, ओर क्या ।
पति कुछसोच कर बोला :- अच्छा ठीक है तो फिर ले लो
ऐसा लगा पहले वाक़ये के दौरान उत्पन्न प्रश्न(ऐसी पूजा का क्या फायदा ?)का जवाब इस वाक़ये के दौरान मिल गया ।
(योगेश्वर)