यह प्रियंका गांधी है…इंदिरा गांधी की पोती..
प्रियंका गांधी का सीधा जबाव मैं आपने पति के साथ हूं… उनको को
ईडी दफतर छोडने गई थी
(श्रवण मावई )
नईदिल्ली। एक पत्नि हर परिस्थिति में आपने पति के साथ ही रहती है यह भारत की नारी है। बुधवार को भी यही देखने को मिला। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ईडी दफ्तर पहुंची थी। जब उनसे पत्रकारो ने सवाल किया वे यहां क्यों आईं हैं तो सीधे कहा कि वह पति रॉबर्ट वाड्रा को ईडी कार्यालय तक छोडने गई थी और वे अपने पति के साथ है यह उनका परिवार है। जिस बेबाकी से प्रियंका ने पत्रकारों के तीखे सवालों के जबाव दिए, उनसे यही उम्मीद की जाती रही है। यह प्रियंका गांधी है…इंदिरा गांधी की पोती..।
दरअसल, बुधवार 6 फरवरी 2019 को ईडी प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉडरिंग मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था, रॉबर्ट वाड्रा तय समय के अनुसार कार्यालय पहुंच गए, लेकिन उनके साथ प्रियंका गांधी उनकी धर्मपत्नि भी साथ दिखाई दी, जैसे ही वहां मौजूद पत्रकारों की नजर प्रियंका पर पडी कमरे का रूख भी उनकी तरफ हो गए। जब प्रियंका गांधी कांगेस दफ्तर वापसी कर रही थी। उसी समय उनको पत्रकारों ने सवालो से घरने शुरू कर दिया,उन्होंने बिना इधर—उधर बात घुमाए सीधे कहा कि वह आपने पति रॉबर्ट वाड्रा को ईडी कार्यालय तक छोडने गई थी, वे उनके साथ है, वह उनका परिवार है। ऐसे मौके पर प्रियंका गांधी से इस तरह के जबाव की उम्मीद शायद वहां मौजूद पत्रकारों ने नहीं की होगी,पर प्रियंका तो तापक से बोली और हंगामा बरपा गई। प्रियंका गांधी के रॉबट वॉडा के साथ ईडी दफ्तर तक जाना और फिर साथ होने का जाबाव देना बीजेपी के लिए बाटेर हाथ लगने जैसा हो गया। बीजेपी नेता और संगठन प्रवक्ताओं ने मिडिया में बोलना शुरू कर दिया।
देर शाम प्रियंका गांधी कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर कार्यकताओं से मिलती है, उनके चहरे पर सिकन नहीं दिखाई देती हैै वे हर कार्यकर्ता से उसी अंदाज में मिल रही होती जैसी कभी इंदिरा गांधी मिला करती थी। कांग्रेस कार्यालय के भीतर कार्यकर्ता भी नारे लगाते है..प्रियंका गांधी आंधी है..दूसरी इंदिरा गांधी है।
बुधवार 6 फरवरी को प्रियंका गांधी वॉड्रा का जबाव को भले ही बीजेपी कितना ही उलटा सीधा कर उसका राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश करे, और उसको इसका कुछ हद तक फायदा भी जाए पर प्रियंका गांधी ने पत्नि धर्म तो निभ ही दिया, और वह डरी नहीं है। बस उनका यही अंदाज कार्यकताओं और आम लोगो में उनका कद बढस देता है…जिससे बीजेपी की चिंताए बढ रही है।
अंत में…राजनीति अपनी जगह है परिवार अपनी…साथ न छोडना ही तो मायने रखता है ..यह संदेश प्रियंका गांधी ने बुधवार को दे दिया है।