प्रियंका गांधी की ताजपोशी, सोशल मीडिया पर छिड़ी राजनीति में वंशवाद पर बहस
लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले प्रियंका गांधी को कांग्रेस पार्टी में महासचिव बनाया गया है. कई जानकार इसे कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के ऐलान पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आई हैं. कई लोगों ने जहां कांग्रेस पार्टी के फैसले का स्वागत किया है, वहीं काफी लोग ऐसे हैं जिन्होंने इस पर सवाल उठाए हैं.
@RajivPa64534116 ने लिखा- नेतृत्व क्षमता संदेहास्पद है. प्रियंका गांधी की राजनीति में कोई उपलब्धि नहीं है सिर्फ गांधी सरनेम के सिवाय. @ashubhatnaagar ने लिखा कि असल में आज #प्रियंकागांधी के राजनीति में आने से ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि अब कांग्रेस को इसके भविष्य के कांग्रेस नेता रेहान और मायरा को भी अपना नेता मानने का रास्ता खुल गया है
#PriyankaInPolitics
@vbharti8991 ने लिखा कि आखिर राहुल गांधी ने तुरुप का इक्का है फेंक दिया प्रियंका गांधी के रूप में. SunnyNa07729624 ने लिखा- अब चुनाव आ गया है तो प्रियंका गांधी, आलमारी में रखी अपनी सूती साड़ी निकाल कर, लोगों के सामने गरीबों की मसीहा बनेगी, ये सब राहुल गांधी के फेल होने के बाद किया, खैर जनता समझदार है.
@Golden01577203 ने लिखा #PriyankaGandhi जी के प्रभार संभालने से पहले ही, भाजपा प्रवक्ताओं को इस कदर मिर्ची लग रही है जैसे कि प्रियंका गांधी जी की नियुक्ति से ही भाजपा चुनाव हारने वाली हो. ट्रेलर से डर गए भाजपाई अभी 2019 की फिल्म बाकी है मित्रों.
@pri_kandpal ने लिखा- प्रियंका करेंगी congress का बेड़ा पार.. कांग्रेस का आखिरी तुरुप का पत्ता.. सक्रिय राजनीति में प्रियंका के बढ़ते कदम.. तो क्या वाकई प्रियंका आंधी है.. क्या वाकई दूसरी इंदिरा गांधी है.. अब आएगा चुनावों में मजा..
@spcpatel74 ने लिखा- एक नाम और जोड़ लो आज से, प्रियंका गांधी वाड्रा गरीबी मिटाएंगी. @abhijeetmanjul ने लिखा कि प्रियंका गांधी जी से इतना डर! अभी तो वरुण और मेनका गांधी जी का इंतजार है. @I_shivanshi ने लिखा- प्रियंका गांधी महासचिव बन गई हैं बस राबर्ट वाड्रा को उपाध्यक्ष बनते देख लूं, फिर झोला उठाकर हिमालय निकल जाऊंगी.
@UturnSarkar ने लिखा- प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश संभालने के लिए कांग्रेस ने जनरल सेक्रेटरी बनाकर वो कदम उठाया जिसका सभी को लंबे वक्त से इंतजार था. कांग्रेस को नया नेता मिलने और वंशवाद का नया फूल खिलने की साथ-साथ बधाई!