फ्रांस में प्रदर्शनकारियों पर दागे गए आंसू गैस के गोले, पेरिस पुलिस ने 278 लोगों को हिरासत में लिया
राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों (President Emmanuel Macron) के खिलाफ पीले कपड़े में उतरकर प्रदर्शन करने उतरे फ्रांस (France) की राजधानी में शनिवार को पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया। सरकार विरोधी इस प्रदर्शन से पहले करीब 300 लोगों को हिरासत में लिया गया।
दरअसल, अधिकारियों को आशंका है कि यह प्रदर्शन भी हिंसा में तब्दील हो सकता है। पीली जैकेट पहने कई प्रदर्शनकारी चैम्प्स-एलीसी में सुबह – सुबह एकत्र हो गए। इसी स्थान पर पिछले शनिवार को हिंसा हुई थी।
प्रदर्शनकारी हार्वी बेनोइट ने कहा, ”हमे पेरिस आना पड़ा, ताकि हमारी आवाज सुनी जाए। उन्होंने सरकार से लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ाने और अमीरों पर कर बढ़ाने की मांग की। पुलिस ने सुबह के वक्त 278 लोगों को हिरासत में ले लिया।
स्टेशनों पर करीब 8000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है ताकि ट्रेन से वहां आने वाले लोगों को नियंत्रित किया जा सके। ‘येलो वेस्ट प्रदर्शन के मद्देनजर पेरिस को शनिवार को हाई अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारियों को आशंका है कि यह प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो सकता है।
शहर में दुकानें, म्यूजियम, मेट्रो स्टेशन और टूर एफिल बंद हैं। वहीं, शीर्ष टीमों के फुटबॉल मैच और म्यूजिक शो रद्द कर दिए गए हैं।
फ्रांस की राजधानी में पिछले सप्ताहांत दशकों के सबसे वीभत्स दंगे हुए थे, जिससे पूरा देश सहम गया था। बिगड़ते हालात के चलते राष्ट्रपति ऐमेनुएल मैक्रों की सरकार संकट का सामना कर रही है। फ्रांस के गृहमंत्री क्रिस्टोफर कास्टानेर ने कहा कि उन्हें केवल कुछ हजार लोगों के राजधानी पहुंचने की उम्मीद थी।पिछले सप्ताहांत प्रदर्शनकारियों की संख्या आठ हजार थी।
प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप ने शुक्रवार शाम येलो वेस्ट प्रदर्शनकारियों के एक समूह से मुलाकात की। उन्होंने लोगों से प्रदर्शनों में शामिल नहीं होने की अपील की है। बैठक के बाद अभियान के प्रवक्ता क्रिस्ट्रोफर चालेनकॉन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी बात सुनी और राष्ट्रपति तक हमारी बात पहुंचाने का वादा किया है।
उन्होंने कहा, ”अब हम मैक्रों का इंतजार कर रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह एक पिता के तौर पर फ्रांस के लोगों से बात करेंगे, प्रेम करेंगे और उनका आदर करेंगे तथा कोई साहसिक निर्णय लेंगे।