Smart Meter: राजस्व वसूली के लिए स्मार्ट बनी बिजली कंपनी, यहां लगेंगे 63 हजार मीटर
इंदौर। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अब हर दिन शहर में पांच सौ से ज्यादा पुराने बिजली मीटर बदलेगी। कंपनी ने काम शुरू कर दिया है। पुराने मीटरों को बदलकर नए स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। रेडियो फ्रिक्वेंसी आधारित इन मीटरों को शहर के हर हिस्से में लगाया जाएगा।
बिजली कंपनी शहर में कुल 75 हजार स्मार्ट मीटर लगा रही है। देश में अब तक किसी भी शहर में लगने वाले स्मार्ट मीटरों की यह सबसे ज्यादा संख्या है। 12 हजार मीटर पहले चरण में लगाए जा चुके हैं। अब हर जोन को मीटर आवंटित कर चार महीने में शेष 63 हजार मीटर लगाने का लक्ष्य दिया गया है
जोन ने अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे इलाके जो लॉस के लिए माने जाते हैं, वहां पहले मीटर स्थापना का काम शुरू कर दिया है। पुराने इलेक्ट्रॉनिक भले ही ठीक काम रहे हैं उन्हें बदला जा रहा है। कंपनी मान रही है कि नए रेडियोफ्रिक्वेंसी मीटर लगाए जाने से उसके राजस्व में बढोतरी होगी। मीटर रीडरों पर भी निर्भरता खत्म हो जाएगी। शुरुआत में कैट रोड और एआईआर फीडर पर इन मीटरों का परीक्षण सफल रहा। नए मीटरों से करीब तीन महीनों के बिल जारी हो चुके हैं।
नवंबर माह के बिजली बिल के लिए सेल्फ मीटर रीडिंग में भी कंपनी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। इस महीने कुल 17 हजार 400 से ज्यादा उपभोक्ताओं ने मीटरों के फोटो खींच कर कंपनी के पोर्टल पर अपलोड किए हैं। अब तक का यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है।
उम्मीद की जा रही है कि सेल्फ मीटर रीडिंग और स्मार्ट मीटर के जरिए आने नए साल में कंपनी करीब 1 लाख उपभोक्ताओं की रीडिंग बिना उनके दरवाजे पर जाए करने का लक्ष्य भी हासिल कर लेगी।