छत्तीसगढ़ चुनावः ‘चौधरी नहीं जीते तो मूंछे कटवा दूंगा
रायगढ़: 1988 के चुनाव में स्व. दिलीप सिंह जूदेव के प्रस्तावक रहे श्रवण श्रीवानी ने दावे के साथ कहा है कि अगर ओ पी चौधरी चुनाव नहीं जीतते हैं तो मैं अपनी मूछ मुंडवा लूंगा.
छत्तीसगढ़ राज्य के विधानसभा चुनाव में अगर सबसे ज्यादा कोई विधानसभा क्षेत्र चर्चा में रहा है तो वह रायगढ़ जिले का खरसिया विधानसभा क्षेत्र है. खरसिया से कांग्रेस और भाजपा के दो कद्दावर प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे.
एक तरफ युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उमेश पटेल और दूसरी तरफ भाजपा की ओर से कलेक्टर की नौकरी छोड़ कर राजनीति का दामन थामने वाले युवा ओ पी चौधरी है. खास बात यह है कि दोनों ही युवा हैं, हम उम्र हैं और दोनों का अपना अपना व्यक्तित्व है और दोनों ही खरसिया के माटी पुत्र हैं.
मगर इस बार चुनावी महासंग्राम में आमने-सामने खड़े हैं, जिसके कारण विधानसभा छत्तीसगढ़ की सबसे ज्यादा हॉट सीट माने जाने लगी. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले खरसिया विधानसभा क्षेत्र में पहली बार भाजपा कांग्रेस को कांटे की टक्कर देते नजर आ रही है. पहले इस सीट पर जहां कांग्रेसी एक तरफा जीतते आ रही थी. अब हाल यह है कि मामला बराबरी पर आकर अटका है. बहरहाल अब फैसला खरसिया के मतदाता कर चुके हैं, जो 11 दिसंबर को सामने आएगा.
इसी बीच दोनों ही पार्टी के नेता कार्यकर्ता अपनी अपनी तरफ से जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल अभी जो मामला चर्चा में है वह है खरसिया के भाजपा के वरिष्ठ नेता और 1988 के चुनाव में स्व. दिलीप सिंह जूदेव के प्रस्तावक रहे पूर्व पार्षद डॉ. श्रवण श्रीवानी का. उन्होंने इस बार दावे के साथ भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी के जीत की बात कही है. इसी आत्मविश्वास के साथ उन्होंने उनकी जीत पर अपने मूछों तक को दाव पर लगा दिया है.
उन्होंने कहा कि लोगों और मतदाताओं का रुझान और जिस प्रकार से उन्होंने आगे बढ़कर ओ पी चौधरी का सपोर्ट किया है, मैं दावे के साथ कहता हूं कि इस बार खरसिया विधानसभा का परिणाम ओपी चौधरी के पक्ष में होगा. अगर ओ पी चौधरी नहीं जीतते हैं और परिणाम विपरीत आते हैं तो मैं जीवन भर के लिए अपनी मूंछ मुंडवा लूंगा