जनवरी 2019 से ओपेक का हिस्सा नहीं होगा कतर : ऊर्जा मंत्री
दोहा : कतर अपने गैस उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अगले महीने पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों का संगठन (ओपेक) की सदस्यता छोड़ने वाला है. कतर के ऊर्जा मंत्री साद अल काबी ने सोमवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि जनवरी 2019 से कतर ने ओपेक से अपनी सदस्यता प्रभावी तौर पर वापस लेने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि कतर तेल का उत्पादन जारी रखेगा, लेकिन साथ ही गैस उत्पादन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा. दुनिया में तरल प्राकृतिक गैस का यह सबसे बड़ा निर्यातक है.
काबी ने बताया कि कतर वास्तविकता में तेल में नहीं गैस में बड़ी क्षमता रखता है. ओपेक को कतर ने अपने इस निर्णय के बारे में बता दिया है. ओपेक, जिससे कतर 1961 में शामिल हुआ था, पर तेल समृद्ध देश सऊदी अरब का प्रभुत्व है, जो जून 2017 के बाद से कतर पर पाबंदी लगाने में एक ब्लॉक का नेतृत्व कर रहा है.
ओपेक दुनिया के प्रमुख तेल निर्यातक देशों का एक समूह है. इसके संस्थापक सदस्यों में ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेजुएला शामिल हैं. इसके अतिरिक्त 9 सदस्य देश भी इसके हिस्से हैं, जैसे कि कतर, इंडोनेशिया, लीबिया, संयुक्त अरब अमीरात, अल्जीरिया, नाइजीरिया, इक्वाडोर, गैबान और अंगोला.