योगी इफेक्ट: बीजेपी सत्ता में वापस आई तो राजस्थान में बैन होगा ‘गोरखधंधा’
गोरखपुर यूपी में…गोरखनाथ मंदिर यूपी में… लेकिन इसकी धमक राजस्थान के चुनावों तक में दिख रही है। भारतीय जनता पार्टी अगर राजस्थान में सत्ता में वापस आई तो ‘गोरखधंधा’ शब्द प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। भाजपा के घोषणापत्र में ‘गोरखधंधा’ शब्द के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने और गुरु गोरखनाथ के नाम से घोषणाएं करने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के असर के रूप में देखा जा रहा है।
राजस्थान में जारी घोषणापत्र में गुरु गोरखनाथ का न केवल जिक्र है बल्कि कई घोषणाएं उनके नाम पर की गई हैं। वहीं गोरखधंधे शब्द को प्रतिबंधित करते हुए इसके इस्तेमाल को दण्डनीय अपराध बनाने का वायदा भी है। इसके पीछे का तर्क यह है कि गुरु गोरखनाथ एक संत थे और इस शब्द का इस्तेमाल उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है। इसलिए इस पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) का असर यहां इतना भर ही नहीं है बल्कि राजस्थान में अगर भाजपा सत्ता में आई तो अगले पांच साल में नाथ समाज के मठों-आसनों का जीर्णोद्धार करेगी। गुरु गोरखनाथ के पुराने योग व तंत्र के अधिष्ठाता के साहित्यिक ग्रथों के लिए लाइब्रेरी बनाई जाएगी। गुरु गोरखनाथ के बारे में एक पाठ भी कोर्स का हिस्सा बनेगा। घोषणापत्र में राजस्थान में गुरु गोरखनाथ का राष्ट्रीय स्मारक बनाने का वायदा भी किया गया है।
गुरु गोरखनाथ एक हिंदू योगी और संत थे, जिन्होंने देश में नाथ संप्रदाय की स्थापना की थी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े केंद्र गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर हैं। राजस्थान में नाथ संप्रदाय के लोग अच्छी खासी संख्या में है और उसके अनेक मठ, आसन वहां हैं।