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अटल को गुरुदेव कहते थे चंद्रशेखर और नरसिंह राव : राजनाथ सिंह

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दो पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव व चंद्रशेखर हमेशा गुरुदेव कहते थे। यह उनकी विलक्षण प्रतिभा का ही कमाल था। उन्हें जो लोकप्रियता हासिल हुई, वह प्रधानमंत्री होने के नाते नहीं मिली। अगर वह और कहीं भी होते तो उनका उतना ही नाम होता। उन्होंने कहा, नेहरूजी ने उनको युवावस्था में ही कह दिया था वह प्रधानमंत्री बनेंगे। तब से 40 वर्षों तक नारा लगता रहा-अबकी बारी अटल बिहारी…।

राजनाथ सिंह गुरुवार को लखनऊ में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को विर्सजित करने से पहले सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा में बोल रहे थे। लखनऊ के झूलेलाल स्मृति वाटिका के पास बेहद गमगीन माहौल में गोमती नदी में उनकी अस्थियां प्रवाहित की गईं।

तो अटलजी की बात जरूर होगी-
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि आजादी के बाद उनके जैसे नेता का जाना एक युग का अवसान है। गांधीजी के ग्राम स्वराज की बात आएगी तो अटलजी की ग्राम सड़क योजना की बात जरूर होगी। उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की कल्पना ही नहीं की बल्कि उसे साकार भी किया। जब भी विकास और भारत के नवनिर्माण की बात आएगी तो उनकी बात जरूर होगी।

हमेशा याद किया जाएगा-
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि 14 वर्ष की आयु से अब तक जिस सूर्य से प्रकाशित होता रहा, वो सूर्य अस्त हो गया लेकिन उनके कार्यों से उन्हें बराबर याद किया जाएगा।

धर्मगुरुओं ने उन्हें निर्विवाद नेता बताया-
मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने कहा कि अटलजी ने हमेशा अमन और शांति की बुनियाद पर सियासत की। उनसे लोगों का मोहब्बत का रिश्ता था। उनके जाने के बाद उन्हें बड़ी सिद्दत से याद करते हैं। मौलाना खालिद फिरंगी महली ने कहा कि अटलजी गंगा-जमुनी तहजीब के जीती जागती मिसाल थे। सिख समाज से सरदार गुरमीत सिंह ने कहा कि अटलजी सभी से निश्छल भाव से मिले और उसी के होकर रह गए। जूना अखाड़े के संत यतीन्द्रानन्द गिरी ने कहा कि अटलजी सभी के लिए सहज और सरल थे। ईसाई धर्मगुरु राकेश क्षेत्री ने कहा कि उनका किसी से मनभेद कभी नहीं रहा। .

श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री (संगठन) शिव प्रकाश, केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज, साध्वी निरंजन ज्योति, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी व जतिन प्रसाद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रांत प्रचारक कौशल, ब्रह्मदेव शर्मा भाई जी, हृदयेश, हृदयनाथ सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामपति राम त्रिपाठी, अटल के अनन्य सहयोगी शिव कुमार। स्वर्गीय वाजपेयी के भांजे एवं मुरैना के सांसद अनूप मिश्रा सहित प्रदेश सरकार के तमाम मंत्री तथा प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा में बसपा, रालोद और वामपंथी दलों का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा।

हमे गर्व है हमारे नेता थे अटल जी: मुलायम
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आज बहुत अफसोस है कि अटलजी हमारे बीच में नहीं रहे। मेरा बहुत लंबा जीवन उनके साथ गुजरा है। हमेशा उनसे बात होती, सुझाव लेते-देते थे। वो केवल भाजपा या भारत के नहीं बल्कि विश्व के नेता थे। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। हमें गर्व है कि हमारे नेता अटलजी थे।

अटलजी ने मुझे आशीर्वाद दिया: राजबब्बर
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि लखनऊ में उनके सामने मेरा नाम चुनाव लड़ने के लिए आया। मैं फ्लाइट से आ रहा था। देखा तो सामने अटलजी बैठे थे। मेरे हाथ अपने आप जुड़ गए। मैं बोल पड़ा, मैंने बचपन से आपको देखकर बोलना सीखा है। आशीर्वाद दीजिए कि मेरे मुंह से कोई अप्रिय बात न निकले। उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया।

तीन सीटों से एक साथ लड़े थे चुनाव: नाईक
राज्यपाल राम नाईक ने एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि शुरुआती दिनों में 1957 में जनसंघ को उम्मीदवार नहीं मिलते थे। उस समय अटलजी ने तीन जगहों से चुनाव लड़ा। मथुरा में 10 फीसदी वोट मिले। दूसरी सीट लखनऊ से 33 प्रतिशत वोट पाकर दूसरे नम्बर पर रहे। वहीं, बलरामपुर से 51 फीसदी मत पाकर जीत गए।

विश्वस्तरीय अमर पुरुष हैं अटलजी: महेन्द्रनाथ
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पांडेय ने सभी दलों के नेताओं व गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। कहा कि 20वीं शताब्दी के मध्य से 21वीं शताब्दी के प्रारम्भ तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में स्वीकार्यता रही है। वे विश्वस्तरीय अमर पुरुष हैं।

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