रणनीति: एनआरसी के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुलाई सीडब्ल्यूसी की बैठक
असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के अंतिम मसौदे में 40 लाख लोगों के नाम शामिल नहीं किए जाने को लेकर उठे सियासी बवाल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है। 15 दिन के भीतर दूसरी बार होने वाली सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में आर्थिक स्थिति और मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी चर्चा होगी।
एनआरसी के मुद्दे पर पार्टी मुश्किल में हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा जिस तरह एनआरसी को चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है, उससे पार्टी पर दबाव बढ़ा है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी सहित दूसरी विपक्षी पार्टियों को एनआरसी पर अक्रामक रुख अख्तियार करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन कांग्रेस की चिंताए बढ़ सकती है। क्योंकि, भाजपा इसे धार्मिक धुव्रीकरण के लिए इस्तेमाल करेगी।
कांग्रेस एनआरसी को लागू करने की खामियों को लोगों तक पहुंचाना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस सीडब्ल्यूसी में प्रस्ताव पारित कर प्रक्रिया की गलतियों को लोगों तक पहुंचाएगी। ताकि इसके सियासी असर को कम किया जा सके। इसके साथ देश के आर्थिक स्थिति पर भी सीडब्ल्यूसी में चर्चा होने की संभावना है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बैठक में देश के सामने मौजूद सभी राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
22 जुलाई को बुलाई थी बैठक
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 22 जुलाई को नव गठित सीडब्ल्यूसी की बैठक की थी। इस बैठक में सीडब्ल्यूसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन पर मुहर लगाते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ चर्चा करने के लिए राहुल को अधिकृत किया था। सीडब्ल्यूसी की बैठक में वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने गठबंधन का खाका पेश किया था। पार्टी ने सहयोगी दलों के साथ मिलकर बहुमत का लक्ष्य तय किया था।