महाकाल को भी चिट्ठी भेजते हैं कमलनाथ, हमारे सीएम दर्शन कर टेकते हैं मत्था- बीजेपी
भोपाल। सीएम शिवराज सिंह ने 14 जुलाई से जनआशीर्वाद यात्रा की शुरूआत उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करके की। जिसके बाद इस यात्रा को लेकर कमलनाथ ने बाबा महाकाल के नाम एक चिट्ठी लिखकर विरोध जताया था और शिवराज सिंह पर जमकर निशाना साधा था। जिसके जवाब में जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कमलनाथ जी भगवान से भी संदेश के माध्यम से बात करते हैं। जबकि हमारे मुख्यमंत्री उनके समक्ष जाकर बात करते हैं।
दरअसल, शिवराज सिंह की जनआशीर्वाद यात्रा को लेकर कमलनाथ ने पत्र लिखा था कि आज प्रदेश की स्थिति भयावह है। किसान कर्ज के बोझ और खेती घाटे का धंधा बनने के कारण बडी संख्या में आत्महत्या कर रहा है। उसे हक मांगने पर न्याय की बजाय सीने में गोलियां मिलती हैं। मामा के राज में मासूम भांजिया प्रतिदिन दरिंदगी का शिकार हो रही है। व्यापमं में अपराधी तो बच गए पर युवा छात्र व उनके परिजन जेल चले गए।
साथ ही लिखा था कि भ्रष्टाचार, घपले- घोटाले, खुद की ब्रांडिंग व प्रचार- प्रसार पर करोड़ों रुपए खर्च कर प्रदेश को कर्ज के दलदल में ढकेल दिया गया है। मंहगाई के कारण जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। नर्मदा नदी के आंचल को अवैध उत्खनन से रोज छलनी किया जा रहा है। उन्होंने लिखा था कि विकास को लेकर सर्वश्रेष्ठ का दावा किया था लेकिन जनता विकास के खोखले दावे की हकीकत समझ चुकी है। महाकाल आप अंतर्यामी है, एक बार फिर ठगने वाले आपके सामने आ रहे हैं। छल और प्रपंच की तैयारी है लेकिन अब आशीर्वाद नहीं, धोखे एवं कर्मों के फल देने का समय आ गया है। अब आप जनता को आशीर्वाद देकर उनको शिवराज सरकार के कुशासन से मुक्ति दिलाएं।
जिसके बाद चिट्ठी के जवाब में मंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि कमलनाथ जी हमारे सम्मानित और बुजुर्ग नेता हैं। जाने आने में दिक्कत होगी, इसलिए भगवान को भी संदेश के माध्यम से संदेश पहुंचा रहे होंगे। बस यही फर्क है कि हमारे मुख्यमंत्री मत्था टेकने जाते हैं और इनके संदेश जाते हैं। ये भगवान को भी संदेश के माध्यम से ट्रीट करना चाहते हैं। हमारे मुख्यमंत्री जनता के बीच भी सीधे जाते हैं, आशीर्वाद लेने जाते हैं। हमें फक्र है कि 15 साल बाद भी एक मुख्यमंत्री जनता से सीधा संवाद करने चुनाव के वक्त जाता है। एक वो है, जो वहां भी संदेश से ट्वीटर और टीवी से काम चला रहे हैं। ये दो पार्टियों के बीच अंतर है, इसको समझने की कोशिश करें।