किसी के दबाव में नहीं, ईरान पर राष्ट्रीय हित के अनुरूप होगा फैसला: प्रधान
इंडिया टुडे ग्रुप के मेक इन इंडिया इमरजिंग आत्रप्रन्योर अवार्ड कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय पेट्रोलियम और नैचुरल गैस के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों को देखते हुए किसी दूसरे देश के फरमान अथवा दबाव में कोई फैसला नहीं करेगा. प्रधान ने कहा कि भारत का फिलहाल ईरान से क्रूड ऑयल की खरीद रोकने का कोई इरादा नहीं है.
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका ने भारत को ईरान से क्रूड ऑयल नहीं खरीदने की हिदायत दी थी. इस हिदायत पर केन्द्र सरकार का रुख साफ करते हुए प्रधान ने कहा कि भारत सरकार अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए अपना निर्णय लेगा. अमेरिकी प्रतिबंध भारत के लिए चुनौती नहीं है.
वहीं इस कार्यक्रम के दौरान धर्मेंद्र प्रधान में कहा कि देश में रोजगार सिर्फ एमएसएमई सेक्टर उपलब्ध कराती है. भारत दुनिया का बहुत बड़ा बाजार है. आने वाले दिनों में देश में उर्जा खपत सबसे अधिक होने जा रहा है इसके चलते उर्जा क्षेत्र का कारोबार भी बढ़ेगा. प्रधान में दावा किया कि वह समय दूर नहींहै जब पूरे यूरोप से अधिक ऊर्जा खपत अकेले भारत करेगा. भारत में कारोबार का सबसे बड़ा फायदा यह है कि दुनियाभर से लोग स्किल और मैन्यूफैक्चरिंग के लिए सबसे उपयुक्त ठीकाना भारत को बनाने की तरफ बढ़ रहे हैं. मेक इन इंडिया भारत के बाजार के लिए और विश्व के बाजार के लिए खड़ा हो रहा है.
हालांकि देश में बैंकिंग क्षेत्र की चुनौतियों पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान में कहा कि देश में आत्रप्रन्योर को एंजेल इंवेस्टमेंट आसानी से मिल जाता है लेकिन देश का बैंक उनसे बैलेंसशीट मांगता है. प्रधान की दलील थी कि यदि उसके पास बैलेंसशीट होती तो भला वह बैंक के पास क्यों जाता? धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बैंक में लोन लेने पर एक्सपीरिएंस मांगा जाता है? हालांकि अब बैंकिंग क्षेत्र में स्थिति बदल रही हैं.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत को जर्मनी से सीखते हुए डुअल एजुकेशन सिस्टेम की तरफ बढ़ना की जरूरत है. आज जहां देश में शिक्षा का मतलब मंथली सैलरी बनकर रह गया है वहीं मेक इन इंडिया देश में इस मानसिकता को बदलने की कवायद कर रहा है.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि फैसबुक की टेकनोलॉजी आज सोशल मीडिया से आगे निकलकर कारोबार को प्रमॉट करने में अपना योगदान दे रही है. प्रधानमंत्री ने कहा पहले जिसघर में टेलिफोन होता था उसे सभ्रांत माना जाता था. आज हर घर में सदस्यों के बराबर मोबाइल फोन होता जा रहा है. आज टेक्नोलॉजी सबसे बड़ा अनेब्लर बन चुका है. आज नई टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया भी मेक इन कार्यक्रम के साथ जुड़ते हुए देश को पूरी दुनिया के लिए तैयार कर रहा है.
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रहे इजाफे पर प्रधान ने कहा कि क्रूड ऑयल इंटरनेशनल कमोडिटी है. जैसे वैश्विक स्तर पर कीमतें बढ़ेंगी उतना ही दुनिया के सभी देशों में पेट्रोल-डीजल महंगा होगा. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा वैश्विक तनाव के चलते हो रहा है. भारत अपने कंज्यूमर पॉवर के साथ दुनिया के सामने खड़ा हो कर कह रहा है कि कीमतों को वाजिफ रखना इमरजिंग देशों के लिए बेहद जरूरी. प्रधान ने दावा किया कि भारत की कोशिश के बाद ओपेक देशों ने कीमतों पर लगाम लगाया और उत्पादन में इजाफा किया गया लेकिन इसके बाद वैश्विक स्तर पर राजनीति जारी है जिसके चलते एक बार फिर कीमतों में इजाफा शुरू हो गया.