घोटाले पर पर्दा डालने के लिए खुले में अनाज सड़ा रही शिवराज सरकार’
भोपाल। प्रदेश भर में पहली बारिश में अनाज के भीगने की खबरों को लेकर सियासत तेज हो गयी है। विपक्ष ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अनाज खुले में छोड़ने के पीछे अनाज खरीदी घोटाला छुपाने की साजिश की आशंका व्यक्त की है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि सरकार ने समर्थन मूल्य पर व भावांतर योजना में व्यापक पैमाने पर गेहूं, प्याज, चना सहित अन्य अनाज खरीदा है। किसान हितैषी होने का दावा कर करोड़ों रुपये खर्च किये लेकिन सरकार की लापरवाही और गलत नीतियों की वजह से पहली बारिश में ही बहुत सारा अनाज भीग गया। ऐसे में करोड़ों रुपयों का अनाज बर्बाद होने की कगार पर है।
साथ ही कमलनाथ ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पौने दो लाख करोड़ के कर्ज में डूबी होने के बाद भी जनता की गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर रही है। अनाज भंडारण की कोई व्यवस्था सरकार ने नहीं की है। उन्होंने पिछले साल का उदाहरण देते हुए कहा कि इसी तरह करोड़ों रुपयों की प्याज खरीदने के बाद सड़ गई थी लेकिन सरकार ने इस नुकसान से सबक नहीं लिया। अब करोड़ों रूपयों का अनाज बर्बाद होने की कगार पर है।
घोटाला होने की आशंका की व्यक्त
कमलनाथ ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि सरकार अनाज खरीदी में हुए भ्रष्टाचार और घोटालों को दबाने के लिए जानबूझकर अनाज बारिश में भीगने और बर्बाद होने के लिए छोड़ रही है, ताकि खरीदी में भ्रष्टाचार और घोटोलों पर पर्दा डाला जा सके। क्योंकि समर्थन मूल्य की खरीदी में प्रदेश के कई जिलों से भ्रष्टाचार व घोटालों की खबरें निरंतर आ रही हैं। शायद इसी पर पर्दा डालने के लिए इस बर्बादी की साजिश रची जा रही है।