पाइप की फैक्ट्री में काम करता था ये पाकिस्तानी, ऐसे बना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर
पाकिस्तान की टीम के पास हमेशा ही तेज़ गेंदबाज़ों की भरमार रही है। 90 के दशक के दौरान पाकिस्तान के पास इमरान खान, आकिब जावेद, वसीम अकरम और वकार यूनिस जैसे तेज़ गेंदबाज़ थे। इन सभी गेंदबाज़ों ने अपनी लाइन-लैंथ और स्विंग होती गेंद से बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों को घुटने टेकने पर मजबूर किया। इनके बाद पाकिस्तान की टीम में शोएब अख्तर, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद इरफान जैसे गेंदबाज़ शामिल हुए जिन्होंने अपनी रफ्तार और स्विंग के दम पर दुनिया पर राज किया। साफ है कि पाकिस्तान के पास प्रतिभा की कभी भी कोई कमी नहीं रही। इन्हीं तेज़ गेंदबाज़ों में एक ऐसा नाम भी शामिल हुआ जो पहले प्लास्टिक की एक पाइप फैक्ट्री में काम करता था, लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी किस्मत में पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना लिखा है।
प्लास्टिक की फैक्टी से पाक टीम में पहुंचा ये खिलाड़ी
35 साल पहले (6 जून 1982) को पाकिस्तान के पंजाब में मोहम्मद इरफान का जन्म हुआ था। पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह बनाने से पहले मोहम्मद इरफान एक प्लास्टिक की पाइप बनाने वाली कंपनी में काम करते थे। लेकिन उनकी अधिक लंबाई और काबिलियत के दम पर उन्होंने पाकिस्तानी टीम तक का सफर तय किया।
जब इरफान एक क्लब के लिए क्रिकेट खेल रहे थे तो आकिब जावेद से उनकी मुलाकात हुई और इस मीटिंग के बाद इरफान ने पाइप की फैक्ट्री में काम करना छोड़कर पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का सपना देखना शुरु कर दिया। 7 फुट 1 इंच लंबे इस क्रिकेटर ने 28 साल की उम्र में अपना डेब्यू वनडे मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला।
Publish Date:Wed, 06 Jun 2018 04:45 PM (IST)
पाइप की फैक्ट्री में काम करता था ये पाकिस्तानी, ऐसे बना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर
आकिब जावेद से हुई इस मुलाकात के बाद इस खिलाड़ी ने पाइप की फैक्ट्री में काम करना छोड़कर पाकिस्तानी टीम के सपने देखना शुरू कर दिया।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। पाकिस्तान की टीम के पास हमेशा ही तेज़ गेंदबाज़ों की भरमार रही है। 90 के दशक के दौरान पाकिस्तान के पास इमरान खान, आकिब जावेद, वसीम अकरम और वकार यूनिस जैसे तेज़ गेंदबाज़ थे। इन सभी गेंदबाज़ों ने अपनी लाइन-लैंथ और स्विंग होती गेंद से बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों को घुटने टेकने पर मजबूर किया। इनके बाद पाकिस्तान की टीम में शोएब अख्तर, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद इरफान जैसे गेंदबाज़ शामिल हुए जिन्होंने अपनी रफ्तार और स्विंग के दम पर दुनिया पर राज किया। साफ है कि पाकिस्तान के पास प्रतिभा की कभी भी कोई कमी नहीं रही। इन्हीं तेज़ गेंदबाज़ों में एक ऐसा नाम भी शामिल हुआ जो पहले प्लास्टिक की एक पाइप फैक्ट्री में काम करता था, लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी किस्मत में पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना लिखा है।
प्लास्टिक की फैक्टी से पाक टीम में पहुंचा ये खिलाड़ी
35 साल पहले (6 जून 1982) को पाकिस्तान के पंजाब में मोहम्मद इरफान का जन्म हुआ था। पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह बनाने से पहले मोहम्मद इरफान एक प्लास्टिक की पाइप बनाने वाली कंपनी में काम करते थे। लेकिन उनकी अधिक लंबाई और काबिलियत के दम पर उन्होंने पाकिस्तानी टीम तक का सफर तय किया।
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जब इरफान एक क्लब के लिए क्रिकेट खेल रहे थे तो आकिब जावेद से उनकी मुलाकात हुई और इस मीटिंग के बाद इरफान ने पाइप की फैक्ट्री में काम करना छोड़कर पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का सपना देखना शुरु कर दिया। 7 फुट 1 इंच लंबे इस क्रिकेटर ने 28 साल की उम्र में अपना डेब्यू वनडे मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला।
ऐसे मिली पाकिस्तानी टीम में जगह
मोहम्मद इरफ़ान ने अपनी 28 वर्ष की उम्र में पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना शुरू कर दिया था।उस समय इरफान को स्पॉट फिक्सिंग के मामले के कारण पाकिस्तान के दो घातक गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर की जगह शामिल किया गया था।
इरफान ने चयनकर्ताओं को किया निराश
अपने डेब्यू मैच में इरफ़ान ने 5.3 ओवर में 37 रन देते हुए कोई विकेट नहीं ले पाए थे। मैच में कई लोगों ने आलोचनाएं की तो किसी ने प्रशंसा, मैच में इरफ़ान ने 130 और 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाजी की थी। इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया वो मैच पाकिस्तान हार गया था। उस श्रृंखला में मोहम्मद इरफ़ान अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये थे इस कारण टीम से बाहर कर दिया और लगभग दो साल तक इंतजार करना पड़ा और अंततः भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ 25 दिसम्बर 2012 को फिर से खेलने का मौका मिला।