डोपिंग मामले में उसेन बोल्ट का नाम, वापस लौटाना होगा गोल्ड मेडल
स्पोर्ट्स डेस्क। खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) द्वारा लिए गए फैसले के कारण जमैका के दिग्गज धावक उसेन बोल्ट डोपिंग मामले में फंस गए हैं और उन्हें अपना स्वर्ण पदक भी लौटाना होगा। हालांकि, ट्रैक एंड फील्ड से संन्यास ले चुके बोल्ट स्वंय के कारण नहीं बल्कि अपने साथी धावक के कारण फंस हैं।
सीएएस ने बोल्ट के साथी धावक नेस्टा कार्टर की बीजिंग ओलम्पिक में चार गुणा 100 मीटर रिले रेस से अयोग्य घोषित किए जाने के खिलाफ की गई अपील ठुकरा दी है। कार्टर को बीजिंग ओलम्पिक में के दौरान लिया गया डोप टेस्ट पॉजिटिव आया था। इस कारण इस रिले रेस में कार्टर के साथ शामिल हुए बोल्ट को अपना नौवां स्वर्ण पदक गंवाना होगा।
सीएएस पैनल द्वारा दिए गए एक बयान में कहा गया, “बीजिंग ओलम्पिक डोप मामले में परीक्षण परिणामों को अनदेखा किए जाने या कुछ कथित विफलताओं के लिए आईओसी (अनुशासनात्मक) निर्णय को हटाए जाने के मामले में कार्टप द्वारा उठाए गए किसी भी तर्क को स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
बीजिंग ओलम्पिक की चार गुणा 100 मीटर रिले रेस में कार्टर ने दौड़ की शुरुआत की थी, जिसके बाद तीसरी बारी में बोल्ट ने बेटन अपने बाथ में लेकर इस रेस को 37.10 सेकेंड में पूरा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति द्वारा 2016 में लिए गए बीजिंग के ताजा नमूनों में कार्टर को डोप का दोषी पाया गया। इस कारण जमैका की टीम को इस स्पर्धा से अयोग्य घोषित कर दिया गया।
कार्टर की अपील के बावजूद सीएएस ने इस अयोग्यता को बरकरार रखा है ऐसे में अब त्रिनिदाद एंव टोबैगो की टीम को स्वर्ण पदक दिए जाएंगे। इसके अलावा, आईओसी जापान को रजत और ब्राजील को कांस्य पदक से नवाजेगी।
इस फैसले के कारण बोल्ट के बेहतरीन ओलम्पिक करियर में भी दाग लग गया है। उन्होंने 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रेसों में लगातार तीन बार ओलम्पिक स्वर्ण पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाया था, जो अब इस मामले के कारण टूट गया है।