Madhy Pradesh

महिलाओं के हवाले बीजेपी का चुनाव अभियान, मानसून सत्र में लाया जाएगा लाडली लक्ष्मी कानून: CM

भोपाल। मुख्यमंत्री निवास पर महिला मोर्चा द्वारा आयोजित विजय संकल्प सम्मेलन को संबोधित करते हुए, सीएम शिवराज ने कहा कि महिलाओं का आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण होना जरूरी है।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, महिला मोर्चा आधी आबादी के इस समर्थन के आधार पर निश्चित तौर पर चौथी बार सरकार बनायेगा। इस बार का चुनाव महिला मोर्चा लड़ेगा और जीतने की जिम्मेदारी भी महिला मोर्चा की है। बहनें घर-घर जाए और अलख जगाने का काम करें। सम्मेलन में मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया राहटकर विशेष रूप से उपस्थित थी।

बहन और बेटियों को दी पहली प्राथमिकता’
मुख्यमंत्री ने कहा कि, भाजपा सरकार की अगर कोई योजना बनी है, तो पहली प्राथमिकता बहन और बेटियों को दी है। किस प्रकार माता और बहनों का दुख दूर हो। इस विनम्र कोशिश और भाव से योजनाओं का क्रियान्वयन हुआ है। एक समय था जब प्रदेश में बेटा और बेटियों में भेदभाव किया जाता था। हमारी सरकार ने बेटियों के जन्म को उत्साह और उमंग से भरा है। मप्र की धरती पर जन्म लेने वाली बेटी अब लाडली लक्ष्मी योजना से लखपति बनती है

’27 लाख परिवारों की बेटियां लाडली लक्ष्मी बनी’
उन्होंने कहा कि, अब तक मप्र में 27 लाख परिवारों की बेटियां लाडली लक्ष्मी बनी हैं। इस मानसून सत्र में लाडली लक्ष्मी कानून लाया जायेगा। ताकि यह योजना कानून में तब्दील हो और बेटियों को इसका लाभ निरंतर मिलता रहे। महिला मोर्चा कार्ययोजना बनाकर लाडली लक्ष्मी परिवारों से संपर्क करे। उन्हें अपने साथ जोड़े और हितग्राहियों को योजना का बराबर लाभ मिले, इस बात की चिंता करें।

‘स्थानीय निकायों एवं पंचायतों में 50% आरक्षण’
उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने के लिए मप्र एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां महिलाओं के लिए सर्वाधिक योजनाएं बनायी है। मप्र पहला राज्य है जहां महिलाओं को स्थानीय निकायों एवं पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि अवसर मिलने पर महिलाएं पूरी क्षमता, प्रतिभा और दक्षता के साथ शासन प्रशासन का काम कर सकती है।

’13 जून को मिलेगा इस योजना का लाभ’
सीएम ने कहा कि जनकल्याण योजना में सर्वप्रथम योजना महिलाओं पर केन्द्रित है, ताकि उन्हें योजना का समुचित लाभ हो। इस योजना में गरीब बहन जो बेटा-बेटी को जन्म देने वाली है। उसे 4 हजार रुपये महीने एवं जन्म देने के बाद 12 हजार रुपये अलग से देने का प्रावधान किया है, ताकि जन्म लेने वाला बच्चा स्वस्थ हो। इस योजना का लाभ 13 जून को सभी जनपदों में मिलेगा।

‘बेटियों के सम्मान-स्वाभिमान के लिए बनी ये योजना’
मुख्यमंत्री ने कहा कि, महिला मोर्चा कार्यक्रम तैयार कर इस योजना के तहत गर्भवती बहनों को तिलक लगाकर गरीब घर में उत्सव का वातावरण बनाए, ताकि अधिक से अधिक यह योजना लाभार्थियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने अनेक योजनाएं बेटियों के सम्मान और स्वाभिमान के लिए बनाई है। महिला मोर्चा जनजागरूकता अभियान चलाए और योजनाओं को घर घर तक पहुंचाने में भूमिका निभाए।

हम सत्ता को सेवा का माध्यम मानते हैं’
उन्होंने कहा कि हम राजनीति में सत्ता के शिखर पर बैठने के लिए नहीं और न सिर्फ सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ते है। हम सत्ता को सेवा का माध्यम मानते है। विकास का रथ आगे बढ़े, किसानों का सम्मान हो, मां, बहन, बेटियों का सशक्तिकरण हो, इसके लिए हम चौथी बार सरकार बनायेंगे। चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी और जीतने की जिम्मेदारी महिला मोर्चा की है।

‘2018 में मप्र में चौथी बार 200 पार का संकल्प पूरा’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, 51 जिलों में सम्मेलन होना है, उनमें हितग्राही और लाभार्थी बहनों को मोर्चा की बहनें आमंत्रित करें। भव्यता के साथ सम्मेलन हो। इसकी तैयारी में मोर्चा जुट जाए। 2019 में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के साथ 2018 में मध्यप्रदेश में चौथी बार 200 पार का संकल्प पूरा करना है।

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