केंद्र लोकतंत्र को ध्वस्त करना चाहता है: कुमारस्वामी
बेंगलुरु। जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार देश में लोकतंत्र को ध्वस्त करना चाहती है। साथ ही उन्होंने केंद्र पर कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के विधायकों को डराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसियों का उपयोग करने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता बी एस येद्दियुरप्पा के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि गैर भाजपा दलों को देश के हितों की रक्षा करने के लिए अपने मतभेद भुला कर हाथ मिलाना चाहिए।
येद्दियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के, राज्यपाल वजूभाई वाला के फैसले को असंवैधानिक बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा यह केंद्र सरकार कैसा आचरण कर रही है? यह नरेंद्र मोदी सरकार देश में लोकतंत्र को ध्वस्त कर देना चाहती है।
राज्यपाल ने सरकार बनाने का कुमारस्वामी का दावा नजरअंदाज कर दिया। कुमारस्वामी ने कहा कि देश में शायद पहली बार ऐसा हुआ है जब बिना बहुमत वाली पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया गया और उसे सदन में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया। उन्होंने सवाल किया 15 दिन का समय देने का कारण क्या है। क्या यह कारोबार के लिए है?
एक सवाल के जवाब में कुमारस्वामी ने कहा कि मोदी सरकार केंद्र सरकार की एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। वे विधायकों को डरा रहे हैं और उन पर दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस विधायक आनंद सिंह के भाजपा में शामिल होने की अटकलों का संदर्भ देते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय का उपयोग किया जा रहा है क्योंकि उनके खिलाफ एक मामला लंबित है।
उन्होंने दावा किया मैंने आनंद सिंह से बात नहीं की है। कांग्रेस के एक विधायक ने मुझे बताया कि सिंह ने उन्हें अपनी समस्या बताई। कांग्रेस विधायक ने मुझे संदेश दिया और मुझसे इस बारे में कोई पहल करने को कहा।
कुमारस्वामी ने गैर भाजपा दलों से एकजुट होने का आह्वान किया और अपने पिता तथा पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा से इस बारे में पहल करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा ‘मैं अपने पिता से अनुरोध करता हूं कि वह सभी क्षेत्रीय दलों से, राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा नेताओं से इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट करने की इच्छुक भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह करें।’
जेडीएस नेता ने कहा ‘मैं ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू, चंद्रशेखर राव, मायावती, नवीन पटनायक से अनुरोध करता हूं। अगर कोई मतभेद हों तो देश के हित की रक्षा के लिए उन्हें भुला दें।’