कर्नाटक की वे 8 सीटें जो चुनावी हवा को भांप लेती हैं, जिसे वोट दिया वो सत्ता में पहुंच गई
कर्नाटक में एक चुनावी सीट ऐसी है जो कर्नाटक के भविष्य के साथ चलती है। करीब 12 चुनावों में इस सीट के लोगों ने जिस पार्टी को वोट किया वही राज्य की सत्ता पर आसीन हुई। पूरे प्रदेश की निगाह इस सीट के रूख पर रही है।
मध्य कर्नाटक के गडग जिले की सीट शिरहट्टी का नाम स्थानीय पंचायत के नाम पर पड़ा है। इस निर्वाचन क्षेत्र की खास बात ये है कि यहां के मतदाताओं ने जिस पार्टी को समर्थन दे दिया, प्रदेश के सत्ता की चाबी उसी के हाथों में होती है। इस सीट का रिकॉर्ड है कि सात विधानसभा चुनावों और पांच लोकसभा चुनावों में वही पार्टी विजयी हुई जिसे यहां के लोगों का आशीर्वाद मिला।
शिरहट्टी उन आठ निर्वाचन क्षेत्रों की अगुवा है जो चुनावी हवा को सबसे पहले भांप लेती है।
चुनावी मौसम को भांपने में शिरहट्टी के बाद नंबर आता है येलबुर्गा का। येलबुर्गा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने पांच विधानसभा चुनावों में जिस पार्टी के पक्ष में मतदान किया वह सत्ता के शिखर तक पहुंची।
कर्नाटक में इन दोनों के अलावा छह विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां के मतदाताओं ने जिस पार्टी के पक्ष में मतदान किया वह प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई। वह छह विधानसभा के नाम हैं – जेवारगी, गडग, हरपनहल्ली, बाइंदुर, तारीकेरे, दावनगेरे।
कर्नाटक विधानसभा के लिए 12 मई को वोटिंग हुई थी। 224 सीटों वाले विधानसभा में से दो सीटों पर शनिवार को मतदान नहीं हुआ था। राजराजेश्वरी (आर आर नगर) सीट में ‘फर्जी’ मतदाता पहचान पत्र मिलने और जयनगर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी के मौत के बाद मतदान स्थगित कर दिया गया था।