कर्नाटक: राहुल के एयरप्लेन और स्पीकर मोड पर PM मोदी का जवाब- कांग्रेस स्लीप मोड में
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान जोरशोर से जारी है. बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेता कर्नाटक में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं और एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. यहां कांग्रेस के सामने अपने किले को बचाने की चुनौती है, तो बीजेपी के सामने अपने वनवास को खत्म करने की.
बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चुनाव प्रचार में उतारा है. मंगलवार को पीएम मोदी ने कर्नाटक के कोप्पल में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी राष्ट्रभक्ति और समाजसेवा में भरोसा करती है, जबकि कांग्रेस सिर्फ परिवार के लिए काम करती है.
मोदी ने कहा, ”मैं कर्नाटक के लोगों से कहना चाहता हूं कि वे सीएम सिद्धारमैया से पूछें कि सिंचाई के प्रोजेक्ट का क्या हुआ, जिसका उन्होंने वादा किया था? उस प्रोजेक्ट का पैसा कहां गया? कांग्रेस कर्नाटक में पूरे पांच साल तक स्लीप मोड में रही.” मालूम हो कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पीएम मोदी कभी वर्क मोड में नहीं आते, वो हमेशा एयरप्लेन मोड और स्पीकर मोड में रहते हैं.
पीएम मोदी ने कहा, ”दो साल पहले मैंने मन की बात कार्यक्रम में कोप्पल की एक लड़की का जिक्र किया था. मुझे खुशी हो रही है कि उसने स्वच्छ भारत अभियान में इतनी लगन से हिस्सा लिया. आज देश की कई महिलाएं इस अभियान में हिस्सा ले रही हैं.”
मोदी ने कहा, ”मेरे मित्र जगदीश शेट्टार ने कृष्ण वाइल्ड योजना की कल्पना की थी. कांग्रेस सरकार ने उसपर ताले लगा दिए. हमारा किसान मजबूत होना चाहिए, किसानों को पानी मिलना चाहिए. कांग्रेस सरकार को पैसे में रुचि है, पानी में रुचि नहीं है. आजादी के बाद हमने पहली बार ऐसा काम किया. किसान की खेती में लगने वाले खर्च को एमएसपी के डेढ़ गुना दिया जाएगा. आजतक ऐसा नहीं हुआ.”
पीएम ने कहा, ”हमने 22 हजार ग्रामीण हाटों को अपडेट करने की योजना बनाई है ताकि किसान को अपनी पैदावार का सही दाम मिल जाए. हम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लाए हैं. इससे किसान को बुवाई से पहले, बुवाई के दौरान, फसल पैदा होने के बाद, फसल बाजार में जाने से पहले किसी भी प्राकृतिक वजह से हुए नुकसान के बदले पैसे मिलेंगे. कर्नाटक के किसानों को इस बीमा के 11 हजार करोड़ रुपए मिले हैं. आपको येदियुरप्पा की सरकार बनानी है, किसानों के भले के लिए सरकार बनानी है.”