चित्रकूट: पिता लगाते हैं बस स्टैंड पर ठेला, बेटी ने इंटर में किया टॉप
चित्रकूट। यह कहानी सिर्फ सफलता या किसी सपने के पूरा होने की नहीं है। यह कहानी है गुदड़ी के लाल की। घर के उस चिराग की, जिसकी रोशनी ने सबको चकाचौंध कर दिया। यह कहानी है मानिकपुर की अंशिका की।
चित्रकूट के मानिकपुर तहसील की छात्रा अंशिका ने इंटर में अपना तहसील टॉप किया है। प्रदेश और जिला टॉप करने वालों के सामने यह सफलता छोटी लग सकती है, लेकिन यह सफलता तब किसी सपने जैसी हो जाएगी, जब आपको पता चलेगा कि उसके मां-बाप दोनों अनपढ़ हैं। पिता बस स्टैंड पर ठेला लगाते हैं और किसी तरह घर का खर्च चलता है। अंशिका ने इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 के परिणाम में सबको चौंकाते हुए पूरे तहसील में टॉप किया है। वो इंटर साइंस ग्रूप से थी और उसे 84 प्रतिशत अंक मिले हैं। आदर्श इंटर कॉलेज मानिकपुर की छात्रा अंशिका की सफलता से उसके शिक्षक भी अभिभूत हैं।
बुन्देलखण्ड के तीन जनपदों चित्रकूट, बांदा और झांसी से इंटरमीडिएट में क्रमशः उमादत्त पटेल, अभिषेक शुक्ला और अभय अग्रवाल ने प्रदेश की टॉप 10 मेरिट में संयुक्त रूप से 6वां स्थान प्राप्त किया है। इसके इतर कई ऐसी प्रतिभाएं निकलकर आ रही हैं, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि और उनकी सफलता में जमीन-आसमान का फर्क है, लेकिन मेहनत और हौसले के दम पर इन प्रतिभाओं ने जमीन और आसमान एक कर दिया।
पिता लगाते हैं मंगौड़े का ठेला
अंशिका के माता-पिता निरक्षर हैं। पिता लक्ष्मण मानिकपुर बस स्टैंड पर मंगौड़े (बुन्देलखण्ड में बनने वाली मूँग की दाल की पकौड़ी) का ठेला लगाकर किसी तरह परिवार का पेट पालते हैं। खून-पसीने की इसी कमाई से उन्होंने बेटी को पढ़ाने की ठानी और आज परिणाम सबके सामने है। माँ घर गृहस्थी संभालते हुए बेटी को हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। सफलता से उत्साहित अंशिका आईएएस बनकर देश और समाज की सेवा करने की तम्मना रखती है. पिता का कहना है कि जहां तक हो सकेगा वे अपनी बेटी को पढ़ाएंगे।