ब्रेंट क्रूड ने पार किया 75 डॉलर प्रति बैरल का आकड़ा, ये तेजी कहीं बढ़ा न दे महंगाई
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मंगलवार के कारोबार में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में लगातार छठे दिन बढ़ोत्तरी देखने को मिली। आज दिन के कारोबार में ब्रेंट क्रूड ऑयल 75.27 डॉलर प्रति बैरल (दिन का उच्चतम स्तर) के स्तर पर पहुंच गया। यह 27 नवंबर 2014 के बाद का उच्चतम स्तर है। वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड भी तेजी के साथ कारोबार कर रहा है।
ब्रेंट क्रूड में आए उबाल की क्या है वजह?
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि ओपेक देशों ने कहा है कि दिसंबर तक प्रोडक्शन कट करने के पीछे का जो उनका मकसद था उसे उन्होंने हासिल कर लिया है। वहीं दूसरी तरफ ट्रंप ने इस फैसले को बेहतर नहीं माना है। ट्रंप की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि ओपेक ने आर्टिफिशियल तरीके से कीमतें बढ़ा रखी हैं और वो इसे किसी भी लिहाज से स्वीकार नहीं करेगा। ओपेक के जवाब में अमेरिका ने कहा है कि वो अपना प्रोडक्शन बढ़ाएगा। यह क्रूड के लिए एक निगेटिव बात होगी। वहीं दूसरी तरफ सऊदी का कहना है कि जैसा कि वह अपना सऊदी अरामको का आईपीओ लाना चाहता है लिहाजा क्रूड का स्तर 80 से 100 डॉलर प्रति बैरल के बीच रह सकता है।
क्रूड की मौजूदा स्थिति: डब्ल्यूटीआई क्रूड मौजूदा समय में 0.47 फीसद की गिरावट के साथ 68.96 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं ब्रेंट क्रूड 0.25 फीसद के उछाल के साथ 74.90 के स्तर पर कारोबार कर रहा है
महंगा क्रूड बढ़ा सकता है महंगाई:16 जून 2016 से पहले पेट्रोल की कीमतें हर महीने में दो बार तय होती थीं। महीने की 15 या 16 तारीख को और महीने की 30 या 31 तारीख को। हालांकि अब नियमित आधार पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना बदल रही हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में क्रूड और डॉलर की स्थिति की भी काफी अहम भूमिका होती है। ऐसे में अगर क्रूड का बढ़ना जारी रहा तो आप मान सकते हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी बढ़ सकती हैं। अगर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते हैं तो जाहिर तौर पर ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने से महंगाई में और इजाफा हो जाएगा।