पैसे के सामने इज़्ज़त और जान की कोई कीमत नहीं ,35000 मै बिक गई दोनों
सूरत में 11 साल की बच्ची के रेप और मर्डर की गुत्थी को आखिरकार पुलिस ने सुलझा लिया है। केस में नया खुलासा सामने आया है कि बच्ची और उसकी मजबूर मां को महज 35 हजार रुपयों में हैवानों ने खरीदा था। मां को बंधुआ मजदूरी के नाम पर खरीद तो लिया गया, लेकिन उनकी की गंदी नजर माँ और बेटी पर लगातार बनी हुई थी।
दरअसल, आरोपी और उसका एक भाई मार्बल यूनिट में कॉन्ट्रैक्टर हैं जबकि दो अन्य भाई उनके लिए काम करते हैं। केस उस वक्त सामने आया जब 6 अप्रैल को सूरत में सोसाइटी के पीछे क्रिकेट ग्राउंड में एक 11 साल की बच्ची का शव मिला।
जांच में पाया गया कि बच्ची के साथ 8 बार रेप किया गया और उसके शरीर पर चोट के 87 निशान थे , दरिंदगी को अंजाम देने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। वहीं 9 अप्रैल को घटनास्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर एक महिला की लाश भी मिली थी। ।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार हरसाई गुर्जर (35) को राजस्थान के सवाई माधोपुर से गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा शुक्रवार को हरसाई के तीन भाईयों को भी हिरासत में लिया गया। जिनके नाम हरि सिंह, नरेश सिंह और अमर सिंह गुर्जर हैं। पुलिस ने बताया कि हरसाई ने 15 मार्च को बच्ची और उसकी मां को एक शख्स से 35,000 रुपये में खरीदा था। जिसके बाद वह दोनों को सूरत ले गया और वहां उनके साथ रेप करने लगा। महिला द्वारा विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी गई।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी दीपन भाद्रन ने बताया कि हरसाई बच्ची को अपने भाई हरि सिंह के घर ले गया। जहां उसने कई दिनों तक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद 5 अप्रैल को उसने बच्ची की हत्या कर दी क्योंकि उसे बच्ची को छिपाकर रखना मुश्किल हो रहा था। बच्ची के शव को कार में रखकर उसने उसे घर से 1.5-2 किलोमीटर की दूरी पर फेंक दिया। इस मामले को सुलझाने में सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस की काफी मदद की। वीडियो की जांच में पुलिस ने एक कार देखी जिसके बाद उसके मालिक का पता लगाया गया और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।