डॉक्टर के पर्चे पर ही मिलेगी अब गोरा बनाने की क्रीम
सौंदर्य बढाने के लिये फर्जी – ऊल जलूल विग्यापनों पर रोक लगाने की दिशा में अब सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (डीसीजीआई ) दिशा – निर्देश जारी करने जा रहा है कि, दाद- खाज व चेहरे को गोरा बनाने वाली क्रीम खुली तौर पर नहीं मिलेगी । यह डॉक्टर के परामर्श पर ही डॉक्टरी पर्चे पर मिल सकेगी । इस तारतम्य मे दिल्ली में एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट्स व अन्य ने न्यायालय में याचिका लगाकर मांग की है कि दाद, खाज , खुजली , गोरा बनाने वाली व फंगल इनेफेक्शन्स वाली स्टेरॉयड युक्त क्रीम की खुली बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया जावे । कार्यवाहक मुख्य न्यायाथीश गीता मित्तल व न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ के सामने डीसीजीआई ने कहा कि दो सप्ताह मे इस संबंध में दिशा – निर्देश जारी कर दिया जावेगा। दरअसल में देखने मे भी आया है कि अनरजिस्टर्ड दवाई कंपनियों की बाढ सी आ गयी हैं जो सौंदर्य प्रशाधन सामग्री बनाकर बेचती हैं। ज्यादातर आयुर्वेद व एलोपैथिक सामग्री हैं जिसे बिना डॉक्टरी सलाह व पर्चे पर बेच दिया जाता है , जो कभी – कभी खतरनाक भी हो जाती हैं मरीजों के लिये । प्रदेश व देश में प्रतिमाह करोडों का व्यापार है .
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—बाजार में खुली बिक्री पर प्रतिबंध से मरीजों का ही भला होगा। आयुर्वेद दवाओं के लिये भी आयुर्वेदिक डॉक्टर का परामर्श जरूरी है । गोरा बनाने वाली क्रीम व दाद, खाज- खुजली मिटाने वाली क्रीम डॉक्टरी पर्चे पर ही मिलना चाहिये। इससे डॉक्टरों की भी जबावदेही तय होगी।
–डॉ राकेश पाण्डेय
राष्ट्रीय प्रवक्ता — आयुष मेडिकल एसोसिएशन