भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन की वो 15 बातें जो आप नहीं जानते हैं
शिमला: भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। भारत की पहली बुलेट ट्रेन (Bullet Train) मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी (Narendra Modi) और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने पिछले साल इसकी नींव रखी थी। राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम (NHSRC) के प्रबंध निदेशक अचल खरे ने कहा कि दिल्ली, मुंबई और जापान के इंजीनियरों ने पुलों और सुरंगों के डिजाइन का करीब 80 प्रतिशत कार्यपूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण की प्रकिया शुरू हो गयी है। एनएचएसआरसी (NHSRC) परियोजना को लागू करने वाली एजेंसी है। प्रस्तावित गलियारा मुंबई (Mumbai) में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) से शुरू होकर अहमदाबाद (Ahemedabad) के साबरमती रेलवे स्टेशन पर खत्म होगा। खरे ने कहा कि मार्ग और मृदा परीक्षण के सर्वेक्षण का काम चल रहा है।
दोनों राज्यों में भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। उच्च गति से चलने वाली यह ट्रेन दोनों शहरों की 500 किलोमीटर की दूरी को तीन घंटे से कम समय में पूरा करेगी, जिसके लिए अभी सात घंटे लगते हैं। बुलेट ट्रेन मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। एक अनुमान के मुताबिक ये ट्रेन हर दिन 40 हजार यात्रियों को ले जाएगी। भारत में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के 2022 में पूरा होने की उम्मीद है
भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन की खास बातें (Bullet Train India things to know)
बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच की 500 किलोमीटर की दूरी 3 घंटे में पूरी करेगी
यह ट्रेन 12 स्टेशनों पर रुकेगी, जिसमें से चार महाराष्ट्र में है।
बुलेट ट्रेन के पुलों, सुरंगों की डिजाइनिंग का लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है
बुलेट ट्रेन का मार्ग महाराष्ट्र के 108 गांवों से होकर गुजर रहा है
अधिकांश गांव महाराष्ट्र के पालघर जिले में है
पूरी बुलेट ट्रेन परियोजना अग्नि और भूंकपरोधी होगी।
भूंकप संवेदनशील क्षेत्रों में सिस्मोमीटर (भूकंपमाफी) और हवा मापने वाली प्रणाली लगाई जाएगी
ट्रेन की गति हवा के वेग पर निर्भर करेगी
यदि हवा का बहाव 30 मीटर प्रति सेकेंड होगा तो ट्रेन का परिचालन बंद हो जाएगा।
बुलेट ट्रेन 320 सेकेंड में 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी
बुलेट ट्रेन 320 सेकेंड में 18 किलोमीटर की दूरी तय कर लेगी
व्यस्त घंटों में तीन बुलेट ट्रेन और कम व्यस्त घंटों में दो ट्रेन चलाने की योजना होगी
दो तरह की बुलेट ट्रेन चलेंगी
कुछ ट्रेनें सीमित स्टेशन पर रूकेंगी जबकि कुछ ट्रेनें मुंबई और साबरमती के बीच सभी स्टेशनों पर रूकेंगी
एक दिन में कुल 70 फेरे (एक ओर से 35 फेरे) लगेंगे और प्रति दिन 40,000 यात्री यात्रा करेंगे
एक अधिकारी के मुताबिक 17 गावों में भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिस जारी कर दिया है और भूमि मालिकों को इस बारे में सूचित कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी जमीन दे देंगे उन्हें मौजूदा बाजार दरों से अधिक मुआवजा दिया जाएगा। जो लोग अपनी जमीन नहीं देंगे, उनकी भूमि को भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन अधिनियम 2013 की धारा 19 के तहत अधिगृहीत किया जाएगा।