रीढ़ की हड्डी में परेशानी के चलते अनाथालय में छोड़ा, माता-पिता को खोज रही है बेटी
बीजिंग। चीन की एक पूर्व टीचर को उसके उसके माता-पिता ने बचपन में ही अनाथालय में छोड़ दिया था क्योंकि उसकी रीढ़ की हड्डी में परेशानी थी। मगर, किस्मत देखिए कि वह अनाथालय से होती हुई, अमेरिका तक पहुंच गई। हालांकि, उसके मन में माता-पिता से मिलने की टीस हमेशा बनी रही। लिहाजा, वह उन्हें तलाश करने की कोशिश कर रही है।
डांग मियाओमियाओ की जिंदगी की शुरुआत काफी मुश्किलों भरी रही थी। उसे स्कोलियोसिस नाम की बीमारी थी, जिसमें रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है। एक अमेरिकी दंपति की स्पॉन्सरशिप में उसे एक अमेरिकी कॉलेज में आगे की पढ़ाई का मौका मिला।
12 साल तक संयुक्त राज्य अमेरिका में पढ़ाई और काम करने के बाद डांग ने कहा कि अब समय है, जब वह अपने जैविक माता-पिता की तलाश करना चाहती है। हेनान प्रांत के लुओयांग में एक अनाथालय में पली-बढ़ी डांग ने कहा कि समय बीतने के बाद मैं अपने अतीत के बारे में सोचने लगी। सिएटल में रह रही डांग ने कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि मैं इस दुनिया में कैसे आ गई।
उन्होंने कहा कि मुझे चिंता है कि अगर मैंने अभी अपने माता-पिता की तलाश नहीं की, तो कब कर पाऊंगी। धीरे-धीरे वे सारे लोग मर जाएंगे, जिनके पास मेरे परिवार के बारे में कोई भी सुराग है क्योंकि मुझे 30 साल पहले छोड़ दिया गया था।
ऐसे बदल गई डांग की जिंदगी
साल 2001 तक डांग के अनाथालाय से बच्चों को गोद लिया जाता रहा था। मगर, उसकी शारीरिक स्थिति के कारण उसको कोई गोद नहीं लेना चाहता था। तब डांग को हताशा होने लगी थी। हालांकि, तभी एक अमेरिकी दंपति ने उसकी हालत को देखते हुए सर्जरी कराने की पेशकश की।
नानजियांग के पूर्वी शहर के बड़े हॉस्पिटल में डांग की सर्इजरी की गई और साल 2005 में उसे अमेरिकी दंपति की वजह से अमेरिका में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप मिल गई। उसने कहा कि अंग्रेजी खराब होने के चलते वह शुरू में अमेरिका जाने से हिचक रही थीं, लेकिन बाद में रिस्क लेने का फैसला किया और इसके बाद जिंदगी बदल गई।
अनाथालय के लोगों के अलग-अलग बयान
डांग के आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक, उनका जन्म एक जुलाई, 1983 को हुआ था। यह तारीख अनाथालय के कर्मचारियों ने तय की थी। मगर, डांग ने कहा कि जब मैंने अनाथालय के कर्मचारियों से पूछा कि जब मुझे अनाथालय में लाया गया था, तब मेरी उम्र कितनी थी। इस पर वहां के विभिन्न कर्मचारियों ने अलग-अलग बातें बताईं।
अनाथालय के कर्मचारी से पूछताछ के साथ ही डांग ने स्थानीय मीडिया आउटलेट्स से संपर्क किया है। वे अपने परिवार के बारे में अधिक जानकारी के लिए मीडिया की मदद भी लेना चाहती हैं। डांग ने कहा कि वह चीन की यात्रा करने से पहले कोई ठोस जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही हैं। उन्हें उम्मीद है कि कोई न कोई उन्हें इसके बारे में जरूर बता सकेगा।
डांग ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे माता-पिता इस लायक नहीं रहे होंगे कि वह मेरी शारीरिक स्थिति के चलते मेरा इलाज करा सकते या मुझे अपने साथ रखते हुए पाल सकते। उन्हें उम्मीद रही होगी कि कोई दूसरा व्यक्ति मुझे अच्छा जीवन दे देगा और इसी वजह से उन्होंने मुझे प्यार करने के बावजूद भी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा होगा। डांग ने कहा कि मैं खुद को अनाथालय में छोड़े जाने के लिए उन्हें दोषी नहीं मानती हूं।