कांग्रेस अधिवेशनः सोनिया गांंधी ने कहा- राहुल ने चुनौतीपूर्ण समय में संभाली जिम्मेदारी
नई दिल्ली। सोनिया गांधी ने कांग्रेस अधिवेशन में कहा कि मैं नए अध्यक्ष राहुल गांधी को बधाई देना चाहती हूं। मैं उनका अभिनंदन करती हूं और उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। उन्होंने बहुत चुनौतीपूर्ण समय में यह जिम्मेदारी संभाली है। हम सभी को ऐसे समय में मिल-जुलकर उनके साथ काम करना चाहिए। यह समय अपनी निजी आकांक्षाओं को देखने का नहीं है। बल्कि ये देखने का है कि पार्टी का हर शख्स उसके लिए क्या-क्या कर सकता है। यह देखने का समय है कि महान पार्टी को कैसे ऊपर लेकर जाया जाए। पार्टी की जीत ही हम सबकी जीत का लक्ष्य होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक रानीतिक दल नहीं है, बल्कि आगे की सोच है। कांग्रेस में लोगों को संपूर्ण भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देती है। कांग्रेस फिर से वो पार्टी बने जो देश का एजेंडा तय करे। देश के विभिन्न लोगों की पार्टी की उम्मीदों की पार्टी बने। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का ऐसा शानदार प्रदर्शन हो कि देश की राजनीति को एक नई दिशा मिले।
उन्होंने कहा कि मैं राजनीति की दुनिया में कभी नहीं आना चाहती थी, लेकिन पार्टी के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए मैंने कांग्रेस का नेतृत्व संभाला था। तब से अब तक मैं कांग्रेस की सेवा करती आई हूं। हम देश को तरक्की की राह पर लेकर गए। लेकिन पिछले साल में देश का माहौल काफी बदल गया है। मोदी सरकार के तानाशाही रवैये, विपक्षियों पर झूठे मुकदमे चलाना और मीडिया पर लगाम लगाने के खिलाफ कांग्रेस संघर्ष कर रही है। पिछले चार सालों में मोदी सरकार ने हमारी पार्टी को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन हम झुकेंगे नहीं, टूटेंगे नहीं उनका सामना करते रहेंगे।
कांग्रेस का दृष्टिकोण बेहद साफ है कि जो कोई भी केंद्र की मोदी सरकार को हराना चाहता है, वो उनके साथ आ सकता है। ऐसी पार्टियों के लिए उनके दरवाजे खुले हैं। पार्टी ने अपने राजनीतिक संकल्प में कहा, ‘कांग्रेस सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहयोग के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएगी और 2019 के चुनावों में भाजपा-आरएसएस को हराने के लिए एक सामान्य कार्ययोजना तैयार करेगी।’
इससे पहले राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में प्रथम पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह दावा किया कि ये कांग्रेस पार्टी ही है, जो ‘रास्ता दिखाने और राष्ट्र को आगे बढ़ा’ सकती है। ज्ञात हो कि देश में आम चुनाव अप्रैल या मई 2019 में हो सकते हैं।