UP Budget 2018 : कैबिनेट बैठक खत्म, बजट प्रस्तावों को मिली मंजूरी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज अपना दूसरा बजट पेश करेगी. बजट से पहले दस बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभावन में कैबिनेट की बैठक की. कैबिनेट बैठक में बजट प्रस्तावों पर मुहर लगी. यूपी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि बजट पेश होने के ठीक पहले कैबिनेट मीटिंग बुलाई गई. दोपहर 12.20 बजे वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल योगी सरकार का बजट पेश करेंगे. कहा जा रहा है कि सवा चार लाख करोड़ रुपए का बजट पेश हो सकता है.
कहा जा रहा है कि यह अब तक का सबसे बड़ा बजट हो सकता है. वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने पिछला बजट 3.84 लाख करोड़ रुपए का पेश किया था. वित्त वर्ष 2018-19 के लिए योगी सरकार तक़रीबन सवा चार लाख करोड़ रुपये का बजट पेश कर सकती है. 2019 में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार पर खासा दबाव भी है.
अपने दूसरे बजट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसान और युवाओं को लुभाने की कोशिश करे सकते हैं. वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने गुरुवार को अपने बजट भाषण को अंतिम रूप दिया. सरकार की कोशिश खर्च कम करने और आय के श्रोत को बढ़ाने की होगी इसके अलावा किसानों की आय दोगुनी करने, युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर होगा.
दरअसल देश के सबसे बड़े सूबे के आम बजट पर जनाकांक्षाओं और लोकसभा 2019 के चुनावों का बड़ा दबाव है. यूं तो बजट हर बार की तरह ज्यादा बड़े आकार में होगा, लेकिन इसके सामने योजनाओं को जमीन पर उतारने की बड़ी चुनौती भी होगी.
पिछली बार योगी सरकार ने जब अपना पहला बजट पेश किया था, तब संकल्प पत्र के वादों का उस पर भारी दबाव था. कर्जमाफी से लेकर वेतन आयोग की सिफारिशें खजाने पर भारी पड़ रही थी. पिछली बार सरकार ने 3.84 लाख करोड़ का बजट पेश किया था. इस बार भी बजट के भारी भरकम होने की उम्मीद की जा रही है. इस बार का बजट 4 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर सकता है.